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काश तुम

आयुषी दाधीच
भीलवाड़ा (राजस्थान)

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काश तुम भी वो
सब कुछ कर पाती,
जो तुम करना चाहती हो।
काश तुम….

क्यो तुम अपने सपनो को
दबाए रखती हो,
अपनो की खुशी के लिए।

क्यो तुम्हे ही हर बार
झुकना पडता है,
अपनो की खुशी के लिए।

क्यो तुम्हे ही हर बार
समझना पड़ता है,
अपनो की खुशी के लिए।

काश तुम भी वो सब
कुछ कर पाती,
जो तुम करना चाहती हो।
काश तुम…

काश तुम एक लड़की होकर भी,
वह सब कुछ कर पाती जो,
तुम करना चाहती हो।
काश तुम….

परिचय :-  आयुषी दाधीच
शिक्षा : बी.एड, एम.ए. हिन्दी
निवास : भीलवाड़ा (राजस्थान)
उद्घोषणा : मैं यह प्रमाणित करती हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।

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