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पेड़ की व्यथा

डॉ. तेजसिंह किराड़ ‘तेज’
नागपुर (महाराष्ट्र)
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समय का रूख देखकर
जिंदगी के रंगों का रंग और
बदल जाते हैं हालात सभी।
इन पत्तों की क्या विसात
बड़ी टहनियां भी टूटकर
और जड़े भी उखड़ जाती हैं कभी।

एक हवा का झोका ही काफी हैं
पत्ते उड़ाकर ले जाने को।
तूफान में भी वजूद जिनका बना रहे
ऐसे पत्ते संभालों आईना दिखाने को ।

पत्तों, फूलों और टहनियों का प्रश्न हैं
सहज सी जिंदगी व दुखभरा हश्र हैं
हरे रंगों की चादर में रंगबिरंगे सितारे हैं
आंखों को सुकून दे ऐसे पत्ते हमारे हैं
मन को महका दे फूलों की खुशबू हैं
तपन को भूला दे शीतल परछाई हैं
क्यों काटते पेड़ ये कैसी बेहरूमाई हैं?

ऐसे लाखों प्रश्न हैं पर जिंदगी कम हैं
हवा के सहारे ही जीवन का मर्म हैं
दर्द किसे बयां करें किस्मत का रोना हैं
तूफानों को सहने का हौंसला अपना हैं

पत्तियां बिखर गई पर कोई गम नहीं हैं
फूल मुरझा गए तो खुशी कम नहीं हैं
टहनियां टूट गई तो कोई दर्द नहीं हैं
गर उखड़ भी गये तोमहत्व कम नहीं हैं

बस! कोई समझ पाएं वेदना पेड़ की।
इंसानों की फिदरतमें कब आएगी बातें
सब कुछ देकर भी पेड़ कितने अकेले हैं
हम कटते ही जा रहे घटते ही जा रहे हैं।
कौन समझेगा वेदना हमारी कोई बताएं
निर्दोष होकर भी पेड़ आंशु बहा रहे हैं
कट कर समूल फिर नया जीवन पा रहे हैं।
एक बार कोई गले लगकर हमें देखें
जीवन के मर्म को कोई समझकर देखें
हमारी उदारता को कोई परखकर देखें

बेजुबान होकर भी पेड़ कई गुणा बेहत्तर हैं
संभालों वरना धरा का सुंदर जीवन भी नरक हैं।

हालातों से सबको गुजरना होता हैं
कोई टूटता हैं तो कोई संभल जाता हैं

आखिर ये पत्ते कब और कैसे टूटते हैं
जिंदगी का इन पत्तों से क्या रिश्ता हैं
पत्तों का अपना दर्द भी रहा करता हैं
हरे से पीले पड़ने का दुख हमें पता हैं
टूटकर गिरने व खोने का गम भी पता हैं।
एक काटों दस लगाओं पर कोई मानता नहीं।
एक दिन सांसों के लिए जब तरसोंगें
पेड़ को गले लगाकर रो-रो सिसकोगें
तब एहसास होगा जीवन में महत्व हमारा।
जब छिन जाएगा तुमसे सांसों का ही सहारा।

परिचय :- डॉ. तेजसिंह किराड़ ‘तेज’
मूल निवासी : अमझेरा, जिला धार (म.प्र.)
जन्म दिनांक : १२/११/१९६६
शिक्षा : एम.ए.,एमफिल, पीएच.डी
* वरिष्ठ पत्रकार व राजनीति विश्लेषक
* शिक्षाविद्‌
* भूगोलवेत्ता
* पीएचडी शोध सुपरवाईजर
* कवि, कहानीकार व लेखक
सम्प्रति : (सहायक कुलसचिव ) नागपुर (महाराष्ट्र)
सम्मान : ग्राम गौरव अवार्ड, समाज रत्न सम्मान, समाज भूषण अवार्ड, उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान, प्रखर प्रवक्ता सम्मान, साहित्य रत्न और साहित्य भूषण सम्मान, यंग ज्याग्राफर्स अवार्ड, क्रांतीकारी लेखक सम्मान, उत्कृष्ट मंच संचालक सम्मान, शब्द अलंकरण सम्मान, सरस्वती मानस सम्मान, उत्कृष्ट समाज सेवक सम्मान आदी सम्मान से सम्मानीत।
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।


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