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सफर

अमिता मराठे
इंदौर (मध्य प्रदेश)
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जिन्दगी के सफर में,
समानांतर चलते जाना,
एक सुहावना अवसर है।
जो संकटों से टकराते,
जीवन यात्रा के,
सुगन्धित पुष्प महकाते हैं।
कैसी भी हवा हो,
तेज आंधी-तूफान हो,
अचल अडोल रहना है।
गतिशीलता ही रफ्तार है,
नये उत्साह से जुड़ना है।
पुरूषार्थ भाव निर्मल हो,
कुछ करने की दृढ़ता से,
लक्ष्य तक पहुंचना है।
प्रतियोगी देखकर,
द्वेष, क्लेश में ना फंसना है।
ये सफर है मौज में,
सूरज चांद सा चमकना है।
मुसीबतों का आना,
तय है इस जीवन में,
सामना किए बिना,
मंजिल पा नहीं सकते।
इस अविनाशी सफर में,
डेरा कहीं भी डालें,
अदृश्य शक्ति के बल पे,
मार्ग प्रशस्त करना है।
जिन्दगी के सफर में,
समानांतर चलते जाना,
एक सुहावना अवसर है।

परिचय :- अमिता मराठे
निवासी : इन्दौर, मध्यप्रदेश
शिक्षण : प्रशिक्षण
एम.ए. एल. एल. बी.,
पी जी डिप्लोमा इन वेल्यू एजुकेशन, अनेक प्रशिक्षण जो दिव्यांग क्षेत्र के लिए आवश्यक है।
वर्तमान में मूक बधिर संगठन द्वारा संचालित आई.डी. बी.ए. की मानद सचिव।
४५ वर्ष पहले मूक बधिर महिलाओं व अन्य महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए आकांक्षा व्यवसाय केंद्र की स्थापना की। आपका एकमात्र यही ध्येय था कि महिलाओं को सशक्त बनाया जा सके। अब तक आपके इंस्टिट्यूट से हजारों महिलाएं सशक्त हो चुकी हैं और खुद का व्यवसाय कर रही हैं।
शपथ : मैं आगे भी आना महिला शक्ति के लिए कार्य करती रहूंगी।
प्रकाशन :
१ जीवन मूल्यों के प्रेरक प्रसंग
२ नई दिशा
३ मनोगत लघुकथा संग्रह अन्य पत्र पत्रिकाओं एवं पुस्तकों में कहानी, लघुकथा, संस्मरण, निबंध, आलेख कविताएं प्रकाशित राष्ट्रीय साहित्यिक संस्था जलधारा में सक्रिय।
सम्मान :
* मानव कल्याण सम्मान, नई दिल्ली
* मालव शिक्षा समिति की ओर से सम्मानित
* श्रेष्ठ शिक्षक सम्मान
* मध्यप्रदेश बधिर महिला संघ की ओर से सम्मानित
* लेखन के क्षेत्र में अनेक सम्मान पत्र
* साहित्यकारों की श्रेणी में सम्मानित आदि


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