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मिलो तो तबीयत से

मईनुदीन कोहरी
बीकानेर (राजस्थान)

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मिलो तो तबीयत से मिला करो।
दिल खोल कर मुस्कराया करो।।

कितने दिनों की है ये जिन्दगी।
खुश होकर जिन्दगी जिया करो।।

दिल से दिल मिला कर जीओ।
मौज से जिन्दगी को जिया करो।।

अपनों से जी भर मिला करो।
हालचाल सबके पूछते रहा करो।।

सदा प्रसन्नता से जिन्दगी जीओ।
क्रोध से भी कोसों दूर रहा करो।।

हम आपस में यूँ ही मिलते रहें।
दुआ सबके लिए भी किया करो।।

सुख-दुख का नाम ही है जिन्दगी।
तालमेल से ही ‘नाचीज’ जिया करो।।

परिचय : मईनुदीन कोहरी
उपनाम : नाचीज बीकानेरी
निवासी – बीकानेर राजस्थान
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।


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