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मेरी उसकी बातें

अनूप कुमार श्रीवास्तव “सहर”
इंदौर मध्य प्रदेश
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मेरी उसकी बातें होती,
कमरे में वीरानी हैं ।

चौखट से लौटा के
आएं,
शहर के सब पहचानें
चेहरे।

अंजाना अब खुद में
हूं,
आइने की निगरानी
हैं।

बिखरीं बिखरीं
कविताएं,
ग़ज़लें, नज्में सब
भींगी भींगी,

आंखों से अब
बह निकलेंगे,
किस बरसात का
पानी हैं।

स्याह दीवारों के साये में,
तुम आये भी
मुस्कायें भी।

जहां छनकती हो
पायल,
दिल रोयें तो
बेईमानी हैं।

ख़त उसने लिखें
कितनी दफें,
कितनें तह तह
करके फेकें।
इक लफ्ज ने
जादू कर डाला,
इतनी राम कहानी हैं।

परिचय :- अनूप कुमार श्रीवास्तव “सहर”
निवासी : इंदौर मध्य प्रदेश
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि मेरी यह रचना स्वरचित एवं मौलिक है।

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