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ज्ञान

सेवा सदन प्रसाद
नवी मुंबई (महाराष्ट्र)
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कश्मीर की घाटी और सरहदी इलाका। दो आतंकी एक घर में घुसे। पंडित जी और उनकी पत्नी घबरा गये। आतंकी ने बंदूक तानते हुए पूछा- “तुम हिंदू हो या मुस्लिम?”
पंडित जी ने बहुत साहस कर बोला- ये दाढ़ी नहीं देख रहे, मैं भी तुम जैसा ही मुसलमान हूं।
“अगर मुसलमान हो तो कुरान की आयत सुनाओ।” आतंकी ने कहा।
पंडित जी तब पेशोपेश में पङा गये। मन ही मन भगवान को याद कर गीता का श्लोक सुना दिया। आतंकवादी वापस चले गये।
पंडिताईन तब घबराती हुई बोली- “एक तो आपने इतना बड़ा झूठ बोला, ऊपर से कुरान के आयत के बदले गीता का श्लोक सुना दिया। अगर वो जान से मार देते तो?”
“पंडित जी ने तब हंसते हुए कहा- “भाग्यवान, अगर उन्हें इतना ही ज्ञान होता तो आतंकवादी क्यों बनते।”

परिचय : सेवा सदन प्रसाद
निवासी – नवी मुंबई (महाराष्ट्र)
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।


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