Thursday, November 7राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर आपका स्वागत है... अभी सम्पर्क करें ९८२७३६०३६०

सोच समझकर वोट किया तो

अख्तर अली शाह “अनन्त”
नीमच
********************

अपने मत से तुम्हें बनानी,
है कल की सरकार प्रिये।
सोच समझकर वोट किया तो,
हों सपने साकार प्रिये।।

लिए पोटली अब वादों की,
नेताजी द्वारे द्वारे।
जाकर बांट रहे गारंटी,
कर देंगे वारे न्यारे।।
कहते हैं कल नहीं रहेगा,
है जो हाहाकार प्रिये।
सोच समझकर वोट किया तो….

भूखे को हम खाना देंगे,
बेघर को हम घर देंगे।
शिक्षा बिजली गैस विवाह का,
इंतजाम भी कर देंगे।।
बिन मेहनत कैसा होगा सुख,
सपनों का संसार प्रिये।
सोच समझकर वोट किया तो…

हरे लाल भगवा नीले सब,
सेवा की ही .बात करें।
सेवा के पर्दे के पीछे,
देखा अक्सर घात करें।।
कहते चाय पकौड़ी बेचो,
अच्छा है व्यापार प्रिये।
सोच समझकर वोट किया तो…

धनवानों को बेच न दें ये,
देश अमन के रखवाले।
जरा गौर से देखो इनके,
जीवन के चिट्ठे काले।।
है अडानी अंबानी इनके,
सचमुच खेवनहार प्रिये।
सोच समझकर वोट किया तो…

पांच साल का वक्त मिला तो,
प्यास बुझा लेंगे अपनी।
कर लेंगे साकार ख्वाब सब,
मंजिल पा लेंगे अपनी।।
जनता क्या कर लेंगी उनका,
कर देंगे लाचार प्रिये।
सोच समझकर वोट किया तो…

“अनन्त” जनता ही मालिक है,
लोकतंत्र में पहिचानें।
जनता का सत्ता पर अंकुश,
रहे इसी में हित जानें।।
अंकुश बिना बनी देखी है,
सत्ता ये तलवार प्रिये।
सोच समझकर वोट किया तो…

परिचय :- अख्तर अली शाह “अनन्त”
पिता : कासमशाह
जन्म : ११/०७/१९४७ (ग्यारह जुलाई सन् उन्नीस सौ सैंतालीस)
सम्प्रति : अधिवक्ता
पता : नीमच जिला- नीमच (मध्य प्रदेश)


आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं फोटो के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, हिंदी में टाईप करके हमें hindirakshak17@gmail.com पर अणु डाक (मेल) कीजिये, अणु डाक करने के बाद हमे हमारे नंबर ९८२७३ ६०३६० पर सूचित अवश्य करें …🙏🏻

आपको यह रचना अच्छी लगे तो साझा जरुर कीजिये और पढते रहे hindirakshak.com राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच से जुड़ने व कविताएं, कहानियां, लेख, आदि अपने चलभाष पर प्राप्त करने हेतु राष्ट्रीय  हिन्दी रक्षक मंच की इस लिंक को खोलें और लाइक करें 👉 👉 hindi rakshak manch  👈… राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच का सदस्य बनने हेतु अपने चलभाष पर पहले हमारा चलभाष क्रमांक ९८२७३ ६०३६० सुरक्षित कर लें फिर उस पर अपना नाम और कृपया मुझे जोड़ें लिखकर हमें भेजें…🙏🏻

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *