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सलाम लिखता है शायर तुझे

होशियार सिंह यादव
महेंद्रगढ़ हरियाणा
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सलाम लिखता है शायर तुझे,
तुम्हारे हौसले रखेंगे सदा याद,
महामारी २०२० की झेली मार,
फिर भी ना की कोई फरियाद।

सलाम लिखता है शायर तुझे,
युद्ध के नायक तुम कहाते हो,
दुश्मन का सीना तुमने चीरा है,
तुम दुश्मन का खून बहाते हो।

सलाम लिखता है शायर तुझे,
तुमने काव्य लिख डाला बड़ा,
सुनकर दुश्मन हौसले है पस्त,
दुश्मन के इरादे हुये है ध्वस्त।

सलाम लिखता है शायर तुझे,
तुम्हारी मेहनत रंग लाई जगत,
कोरोना की खोज डाली दवाई,
कितने लोगों की जान बचाई।

सलाम लिखता है शायर तुझे,
तुमने जन में अलख वो जगाई,
दिन रात सेवा कर की भलाई,
भूखे नंगों की कई जान बचाई।

सलाम लिखता है शायर तुझे,
युद्ध में तुमने न पीठ दिखाई,
मारे दुश्मन एक एक हजारों,
दिखा डाली जग की सच्चाई।

सलाम लिखता है शायर तुझे,
खेतों में करता रहता है काम,
मेहनत के आगे कायल नाम,
किसान को मिले सच्चा धाम।

सलाम लिखता है शायर तुझे,
दिन रात की है जमकर पढाई,
भारतभर में प्रथम स्थान पाया,
माता पिता गुरु की लाज बचाई।

सलाम लिखता है शायर तुझे,
शायरी में तूने रंग भर दिया है,
हँसाया तो कभी रुला दिया है,
अपने वतन का नाम लिया है।

सलाम लिखता है शायर तुझे,
फूलों सा रोशन चेेहरा तुम्हारा,
खुश होता है मन देख हमारा,
मिलेगा जो नहीं करे किनारा।

सलाम लिखता है शायर तुझे,
रोते हुये कई जन दिये हँसा,
हर दिल अजीज दिल में बसा,
दिलकश चेहरा देख हो नशा।

सलाम लिखता है शायर तुझे,
भाषण पर तेरे होता जन फिदा,
लगता है जन में आया तू खुदा,
नहीं चाहते तुमसे हो हम जुदा।

सलाम लिखता है, शायर तुझे,
तुमने हंसते हंसते बिताये दिन,
कोविड-१९ के बीत जाये अब,
देवों में देव है प्रभु ईश्वर रब।।

परिचय :- होशियार सिंह यादव
जन्म : कनीना, जिला महेंद्रगढ़, हरियाणा
पिता : स्व. श्री जयनारायण (कवि) एवं गोपालक देहांत १९८९
मां : स्व. मिश्री देवी गृहणि देहांत २०१६
निवासी : महेंद्रगढ़ हरियाणा
शिक्षा : पीएच. डी. (जारी) एम. एससी (बायो एवं आईटी), एम.ए. (हिंदी, अंग्रेजी एवं राजनीति शास्त्र), एमसीए, एम. एड., पीजी डिप्लोमा इन कंप्यूटर, पी जी डिप्लोमा इन जर्नलिज्म एवं मास कम्यूनिकेशन, पी जी डिप्लोमा इन गांधियन स्टडिज, गोल्ड मेडलिस्ट पंजाब वि.वि.।
रचनाएं : अब तक विभिन्न विषयों पर २४ पुस्तकें प्रकाशित। राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में शोधपत्र प्रकाशित, विभिन्न पत्र एवं पत्रिकाओं में कहानी, लेख, मुक्तक, क्षणिकाएं, प्रेरक प्रसंग, कविताएं प्रकाशित होती रहती हैं।
हरियाणा साहित्य अकादमी से अनुमोदित पुस्तकों में : आवाज, बाल कहानियां, उपयोगी पेड़ पौधे, शिक्षा एक गहना
व्यवसाय : लेखक, पत्रकार एवं शिक्षण कार्य में श्रेष्ठता।
सम्मान : हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी द्वारा कहानी लेखन में प्रथम पुरस्कार सहित पांच दर्जन सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थाओं द्वारा सम्मानित। महेंद्रगढ़ न्यायाधीश द्वारा रजत पदक से सम्मानित। अरुंधती वशिष्ठ अनुंसधान पीठ द्वारा देशभर से आयोजित निबंध लेखन में एक्सीलेंस अवार्ड। हरियाणा के राज्यपाल से पुरस्कृत। तीन शोध भी प्रकाशित
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि मेरी यह रचना स्वरचित एवं मौलिक है।


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