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मुफलिसी में भी मजा है

होशियार सिंह यादव
महेंद्रगढ़ हरियाणा

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तुलसीदास गंगा के तट पर,
मुफलिसी दिन रात बिताये,
उनकी सच्ची भक्ति देखकर,
खुद श्रीराम मिलने को आये।

मुफलिसी में नरसी भगत ने,
प्रभु भक्ति का छोड़ा न साथ,
श्रीकृष्ण भात भरने आये थे,
आया पकड़ा नरसी का हाथ।

मुफलिसी में दिन बिताये थे,
गरीब सुदामा करता विनती,
श्रीकृष्ण ने आकर घर भरा,
दौलत नहीं, हो पाई गिनती।

सबरी प्रभु भजन कर रही,
मुफलिसी में बिताती दिन,
ईश्वर श्रीराम, पहुंचे मिलने,
झूठे बेर खिलाये गिन गिन।

रैदास को कौन नहीं जानता,
मुफलिसी उनके काम आई,
गंगा में जब पैसा फेंका था,
सुन रैदास, गंगा हाथ बढ़ाई।

मन चंगा तो कटौती में गंगा,
गरीबी,भक्ति दोनों ही दर्शाता,
रैदास की गरीबी और भक्ति,
रह-रहकर मन को तरसाता।

नामदेव,कबीर और त्रिलोचन,
सधना, सैनु निम्र वर्ग कहलाए,
भक्तिभाव दिल में अति जागा,
ईश्वर के वो बहुत पास आए।

मुफलिस हो जन जन के प्रिय,
मलिन मन नहीं मिलता उनका,
पले में सोने का महल बन जाए,
फेंक दे प्रभु नाम से वो तिनका।

मुफलिसी होती बड़े काम की,
ले जायेगी प्रभु के बहुत पास,
जिनकी कृपा सदा बनी रहती,
पाप, बुराई का दिल से हो नाश।

परिचय :- होशियार सिंह यादव
जन्म : कनीना, जिला महेंद्रगढ़, हरियाणा
पिता : स्व. श्री जयनारायण (कवि) एवं गोपालक देहांत १९८९
मां : स्व. मिश्री देवी गृहणि देहांत २०१६
निवासी : महेंद्रगढ़ हरियाणा
शिक्षा : पीएच. डी. (जारी) एम. एससी (बायो एवं आईटी), एम.ए. (हिंदी, अंग्रेजी एवं राजनीति शास्त्र), एमसीए, एम. एड., पीजी डिप्लोमा इन कंप्यूटर, पी जी डिप्लोमा इन जर्नलिज्म एवं मास कम्यूनिकेशन, पी जी डिप्लोमा इन गांधियन स्टडिज, गोल्ड मेडलिस्ट पंजाब वि.वि.।
रचनाएं : अब तक विभिन्न विषयों पर २४ पुस्तकें प्रकाशित। राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में शोधपत्र प्रकाशित, विभिन्न पत्र एवं पत्रिकाओं में कहानी, लेख, मुक्तक, क्षणिकाएं, प्रेरक प्रसंग, कविताएं प्रकाशित होती रहती हैं।
हरियाणा साहित्य अकादमी से अनुमोदित पुस्तकों में : आवाज, बाल कहानियां, उपयोगी पेड़ पौधे, शिक्षा एक गहना
व्यवसाय : लेखक, पत्रकार एवं शिक्षण कार्य में श्रेष्ठता।
सम्मान : हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी द्वारा कहानी लेखन में प्रथम पुरस्कार सहित पांच दर्जन सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थाओं द्वारा सम्मानित। महेंद्रगढ़ न्यायाधीश द्वारा रजत पदक से सम्मानित। अरुंधती वशिष्ठ अनुंसधान पीठ द्वारा देशभर से आयोजित निबंध लेखन में एक्सीलेंस अवार्ड। हरियाणा के राज्यपाल से पुरस्कृत। तीन शोध भी प्रकाशित
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि मेरी यह रचना स्वरचित एवं मौलिक है।


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