Thursday, November 28राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर आपका स्वागत है... अभी सम्पर्क करें ९८२७३६०३६०

मातृ-पितृ भक्त होती बेटी

प्रियंका पाराशर
भीलवाडा (राजस्थान)

********************

तन से समर्पण मन से समर्पण
सब कुछ अपना कर दे अर्पण
नयनो में आत्मिक भाव झलकता
हृदय में उपस्थित अति कोमलता
उल्लास का अर्णव होती बेटी
मातृ- पितृ भक्त होती बेटी
दो कुलों की लक्ष्मी और लाज
इस आधुनिकता में भी परायी आज
कहने को सिर्फ शब्द है
आज के युग में, बेटा बेटी एक समान
पर जब अधिकारो का बँटवारा होता
फिर कर्तव्यों के लिए क्यों असमान
दूसरे कुल जाकर, कुल का मान बढ़ाती
संवेदनशील होकर हर रिश्ता निभाती
फिर भी हर गलती की जिम्मेदार वही ठहरायी जाती
क्यों समझी जाती हैं वह परायी बेटी
जबकि मातृ-पितृ भक्त होती बेटी
हो चाहे धर्म माता-पिता या जन्मदाता
हृदय दोनों से स्नेह, अपनत्व है चाहता
ससुराल में भी जब बेटी मुस्कुराये, सम्मान पाएं
तो हर माता-पिता बेटी के जन्म से न घबराए
सभी खुशी की अनुभूति से बेटी दिवस मनाएं
सर्व गुणों की खान, प्रत्येक क्षेत्र में अव्वल आए
बेटे से नहीं कम होती बेटी
मातृ-पितृ भक्त होती बेटी
मातृ-पितृ भक्त होती बेटी

परिचय :- प्रियंका पाराशर
शिक्षा : एम.एस.सी (सूचना प्रौद्योगिकी)
पिता : राजेन्द्र पाराशर
पति : पंकज पाराशर
निवासी : भीलवाडा (राजस्थान)
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करती हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।


आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि राष्ट्रीय हिंदी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं फोटो के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, राष्ट्रीय हिंदी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, हिंदी में टाईप करके हमें hindirakshak17@gmail.com पर अणु डाक (मेल) कीजिये, अणु डाक करने के बाद हमे हमारे नंबर ९८२७३ ६०३६० पर सूचित अवश्य करें …🙏🏻

आपको यह रचना अच्छी लगे तो साझा जरुर कीजिये और पढते रहे hindirakshak.com राष्ट्रीय हिंदी रक्षक मंच से जुड़ने व कविताएं, कहानियां, लेख, आदि अपने चलभाष पर प्राप्त करने हेतु राष्ट्रीय हिंदी रक्षक मंच की इस लिंक को खोलें और लाइक करें 👉 👉 hindi rakshak manch  👈… राष्ट्रीय हिंदी रक्षक मंच का सदस्य बनने हेतु अपने चलभाष पर पहले हमारा चलभाष क्रमांक ९८२७३ ६०३६० सुरक्षित कर लें फिर उस पर अपना नाम और कृपया मुझे जोड़ें लिखकर हमें भेजें…🙏🏻

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *