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कृष्ण अष्टमी

डॉ. भगवान सहाय मीना
बाड़ा पदम पुरा, जयपुर, (राजस्थान)

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भाद्रपद कृष्ण अष्टमी, काली रात अंधियारी।
कंस तेरी जेल में, जन्म लिएं बनवारी।
वसुदेव गोकुल पहुंचे, संग ले कृष्ण मुरारी।
कंस के कारागार पहुंची, यशोदा राज दुलारी।
मामा तेरे अंत की, अब हो गई तैयारी।
खुशियां छाई गोकुल में, मुस्काते नर नारी।
देवकी के प्रसव की, खबर लें आये संचारी।
क्रोधित हो नवजात को, मारने आया अत्याचारी।
दुष्ट तुझे मारने, गोकुल आ गया गिरधारी।
घबराया कंस, अपनी माया रची मुरलीधारी।
गढ़ गोकुल की गोपियां, तुझे बोलें माधव मुरारी।
ग्वाल बाल संग कान्हा, करता माखन चोरी।

परिचय :- डॉ. भगवान सहाय मीना (वरिष्ठ अध्यापक राजस्थान सरकार)
निवासी : बाड़ा पदम पुरा, जयपुर, राजस्थान
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।


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