Sunday, November 24राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर आपका स्वागत है... अभी सम्पर्क करें ९८२७३६०३६०

मंदिर-मस्जिद और चिड़िया

रंगनाथ द्विवेदी
जौनपुर (उत्तर-प्रदेश)

********************

मै देख रहा था
अभी जो चिड़िया मंदिर के मुँडेर पे बैठी थी,
वही कुछ देर पहले
मस्जिद के मुँडेर पे भी बैठी थी.
वहाँ भी ये अपने पर फड़फड़ाये उतरी थी,
चंद दाने चुगे थे,
यहाँ भी अपने पंख फड़फड़ाये उतरी,
और चंद दाने चुग,
फिर मंदिर की मुँडेर पे बैठ गई.
फिर जाने क्यूँ एक शोर उठा,
मंदिर और मस्जिद में अचानक से लोग जुटने लगे,
और वे चिड़िया सहम गई.
शायद चिड़िया को मालूम न था कि वे,
जिन मंदिर-मस्जिद के मिनारो पे,
अभी चंद दाने चुग,
अपने पंख फड़फड़ाये बैठी थी,
उसमे हिन्दू और मुसलमान नाम की कौमे आती है,
जहा से हर शहर और गाँव के जलने की शुरुआत होती है,
और हुआ भी वही,
फिर उस चिड़िया ने अपने पर फड़फड़ाये मिनार से उड़ी,
और फिर कभी मैने उस चिड़िया को,
शहर के दंगो के बाद,
दाना चुग पर फड़फड़ा,
किसी मंदिर या मस्जिद की मिनार पे बैठे नही पाया,
शायद वे चिड़िया एै “रंग”
हम इंसानो से कही ज्यादा सेकुलर निकली

परिचय :- रंगनाथ द्विवेदी
निवासी : मियाँपुर, जिला- जौनपुर (उत्तर-प्रदेश)


आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि हिंदी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं फोटो के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, हिंदी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, हिंदी में टाईप करके हमें hindirakshak17@gmail.com पर अणु डाक (मेल) कीजिये, अणु डाक करने के बाद हमे हमारे नंबर ९८२७३ ६०३६० पर सूचित अवश्य करें … और अपनी कविताएं, लेख पढ़ें अपने चलभाष पर या गूगल पर www.hindirakshak.com खोजें…🙏🏻

आपको यह रचना अच्छी लगे तो साझा जरुर कीजिये और पढते रहे hindirakshak.com हिंदी रक्षक मंच से जुड़ने व कविताएं, कहानियां, लेख, आदि अपने चलभाष पर प्राप्त करने हेतु हिंदी रक्षक मंच की इस लिंक को खोलें और लाइक करें 👉🏻 hindi rakshak manch 👈🏻 … हिंदी रक्षक मंच का सदस्य बनने हेतु अपने चलभाष पर पहले हमारा चलभाष क्रमांक ९८२७३ ६०३६० सुरक्षित कर लें फिर उस पर अपना नाम और कृपया मुझे जोड़ें लिखकर हमें भेजें…

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *