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दामोदर विरमाल को “कलमकार” साहित्य सम्मान

महू (इंदौर)। मध्यप्रदेश के उभरते युवा कवि दामोदर विरमाल की नवमान पब्लिकेशन अलीगढ़ उप्र द्वारा प्रकाशित “चमकते कलमकार” (साहित्य आकाश के ध्रुव तारे) साझा संग्रह भाग १ पुस्तक में दो रचनाओं को स्थान मिला है। इनके द्वारा काव्यरचना के उत्कृष्ट सृजन करने पर नवमान साहित्यिक समूह के मुख्य संपादक श्री ललित उपाध्याय, सह संपादिका रश्मिलता मिश्रा, एवं प्रकाशक विजय प्रकाश नवमान द्वारा “कलमकार” साहित्य सम्मान से सम्मानित किया गया। प्रकाशित पुस्तक में देश के १८ राज्यों से १६० रचनाकारों का साझा संग्रह है। उक्त पुस्तक में कवि विरमाल की रचना “दिल्लगी तुम मेरी भुला दोगे” एवं “मां से बड़ी कोई जन्नत नही” को पेज नम्बर १०७ व १०८ पर स्थान दिया गया है। पुस्तक आईएसबीएन नम्बर के साथ ऐमेज़ॉन व फ्लिपकार्ट पर उपलब्ध है।
इस उपलब्धि पर परिवार सहित इष्टमित्रों ने बधाई व शुभकामनाएं प्रेषित की है।


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