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खटकती हैं

गोरधन भटनागर
खारडा जिला-पाली (राजस्थान)

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हर बात हर बार खटकती हैं।
मेरे लबो पर
हर बात अटकती है।।

कभी साँसे अटकती हैं,
कभी यादे भटकती हैं ।

हर बात हर रोज अटकती हैं।
झूठों पर सटकती हैं।।

जब भी सटकी, हर बात ही खटकी।

जो नहीं सोता नींद वहीं भटकती हैं।
जिसको हैं सोना
नींद वहाँ सटकती हैं।।

जहाँ मंजर हो विकट, छते वही टपकती हैं।
ये ही बात खटकती हैं।।

जहाँ फसले हो हरी-भरी, बून्दे वही टपकती हैं।
ये बात ही खटकती हैं…..।।

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परिचय :-
नाम : गोरधन भटनागर
निवासी : खारडा जिला-पाली (राजस्थान)
जन्म तारीख : १५/०९/१९९७
पिता : खेतारामजी
माता : सीता देवी
स्नातक : जय नारायण व्यास यूनिवर्सिटी जोधपुर


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