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मैं समय हुँ

एम एल रंगी
पाली राजस्थान

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मित्रो …
मैं समय हुँ,
मैं बहुत बलवान हूँ ….!!
मैं बोलता कम हूँ मगर,
बहुत कुछ कर गुजरता हूँ ..!!
जिसने मुझे पहचान लिया,
मैने उसे सम्भाल लिया …!!
जो भी मुझसे टकराया,
वो बहुत ही पछताया …..!!
इतिहास उठा के, देख तो लो जरा,
कुछ भी न बचा उसका, मुझसे जो न डरा ..!!
चाहे हो रावण, कौरव और कंस,
झेलना पड़ा उनको भी मेरा ही दंश ……!!
मैं कब पलटी मार जाऊ, खुद को भी नही पता,
दुर्दशा होगी उनकी जो प्रकृति से करेगा खता ..!!
ये कोरोना भी प्रकृति का ही है एक कहर,
रहो घरों में कैद वरना, सुने पड़ जायँगे शहर ….!!
“रांगी” कहे सम्भल जाओ ए जहाँ वालो,
करो नेकी बन्दों की, और अपने आप को बचा लो ..!!!

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परिचय :-  एम एल रंगी,
शिक्षा : एम. ए., बी. एड.
व्यवसाय : अध्यापक
जन्म दिनांक : २३/०६/१९६५
निवासी : सांवलता, जिला. – पाली राजस्थान

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