दुर्ग छत्तीसगढ़
********************
हां तुम करोना हो हां तुम करोना हो
हां हां तुम ही करोना हो
मेरे देश का नहीं किसी और
देश का सपना सुंदर सलोना हो
हम तो वैदिक सनातन संस्कृति
मर्यादा के पक्षधर हैं
पूजा इबादत भजन कीर्तन
मंत्र में अग्रसर हैं
और तुम विदेशी माहौल में पलने
वाले खतरनाक विषधर नमूना हो
हम हाथ जोड़ शीश झुका कर
दूर से ही करते हैं अभिनंदन
नहीं करते हाथ मिला कर एक
दूजे के गालो का चुंबन
तुम जान से खेलने वाले
एक कातिल खिलौना हो
हमारे जमीन पर चांद सूरज सर्दी
गर्मी वर्षा सभी तशरीफ लाते हैं
घर-घर नित्य धूप दीप नैवेद्य
लोहबान जलाए जाते हैं
तुम सर्दी ठंडी में पनपने वाले
जिव एक घिनौना हो
चैन ओ सुकून नहीं मौत के
नींद में सुलाने वाले बिछोना हो
हां तुम करोना हो हां तुम करोना हो
परिचय :- डॉ. बीना सिंह “रागी”
निवास : दुर्ग छत्तीसगढ़
कार्य : चिकित्सा
रुचि : लेखन कथा लघु कथा गीत ग़ज़ल तात्कालिक परिस्थिति पर वार्ता चर्चा परिचर्चा लोगों से भाईचारा रखना सामाजिक कार्य में सहयोग देना वृद्धाश्रम अनाथ आश्रम में निशुल्क सेवा विकलांग जोड़ियों का विवाह कराना
उपलब्धि : विभिन्न संस्थाओं द्वारा राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मान द्वारा सम्मानित टीवी चैनल में समय-समय पर कविता पाठ का प्रसारण अखिल भारतीय मंच में प्रस्तुति कई साझा संकलन और पत्रिकाओं में रचनाएं प्रकाशित
आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि हिंदी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं फोटो के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, हिंदी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, हिंदी में टाईप करके हमें hindirakshak17@gmail.comपर अणु डाक (मेल) कीजिये, अणु डाक करने के बाद हमे हमारे नंबर ९८२७३ ६०३६० पर सूचित अवश्य करें … और अपनी कविताएं, लेख पढ़ें अपने चलभाष पर या गूगल पर www.hindirakshak.com खोजें…🙏🏻
आपको यह रचना अच्छी लगे तो साझा जरुर कीजिये और पढते रहे hindirakshak.com हिंदी रक्षक मंच से जुड़ने व कविताएं, कहानियां, लेख, आदि अपने चलभाष पर प्राप्त करने हेतु हिंदी रक्षक मंच की इस लिंक को खोलें और लाइक करें 👉🏻hindi rakshak manch 👈🏻 हिंदी रक्षक मंच की इस लिंक को खोलें और लाइक करें … हिंदी रक्षक मंच का सदस्य बनने हेतु अपने चलभाष पर पहले हमारा चलभाष क्रमांक ९८२७३ ६०३६० सुरक्षित कर लें फिर उस पर अपना नाम और कृपया मुझे जोड़ें लिखकर हमें भेजें…