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नूतन पुरवाई

धैर्यशील येवले
इंदौर (म.प्र.)

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पत्थर ने चोंट दी या खाई है
उत्तर के लिए बुद्धि भरमाई है
पत्थर किसी के पास जाता नही
आँखे होते क्यो ठोकर खाई है
चल रही देश मे नूतन पुरवाई है।

नोंच रहे अपने अपने तरीके से
दलों के दलदल ले डूबे देश को
चिंतातुर दिखने की होड़ लगी है
कौन उबारे अब डूबे देश को
सभी ने झूठी कसमें जो खाई है
चल रही देश मे नूतन पुरवाई है

है अरज तुझे माँ भारती
घर अच्छे से क्यो नही बुहारती
स्थान नही जाफर जयचंदो का
घर अच्छे से क्यो नही संवारती
अब बलिदानों पे आँच आई है
चल रही देश मे नूतन पुरवाई है

लगा देंगे हम प्राणों की बाजी
है लिपटा ने हमें तिरंगा राजी
माँ तेरा आँचल न होगा तार तार
मरेगा गद्दार कितना ही हो गाजी
अस्मिता पर अब बन आई है
चल रही देश मे नूतन पुरवाई है

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परिचय :-
नाम : धैर्यशील येवले
जन्म : ३१ अगस्त १९६३
शिक्षा : एम कॉम सेवासदन महाविद्याल बुरहानपुर म. प्र. से
सम्प्रति : १९८७ बैच के सीधी भर्ती के पुलिस उप निरीक्षक वर्तमान में पुलिस निरीक्षक के पद पर पीटीसी इंदौर में पदस्थ।


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