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प्यारे वचन बड़े अनमोल होते जगत में

सुनील कुमार “खुराना”
नकुड़ सहारनपुर (उत्तर प्रदेश)
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वचन ही होते सबके जीवन का सार
सबका प्यारे जीवन नदियां की धार
प्यारे होते वचन बड़े अनमोल जगत में

यहां हर पल लगता जग में दुनिया का मेला
कोई आ रहा जग में कोई जा रहा जग से
कुछ के गीत गाए ये दुनियां सारी बखत में

वचन की खातिर मिट देश पर वीर शिवाजी
कितने वीरों ने लगाई जान की अपनी बाजी
नाम अमर गए वीर अपना अपने भारत में

वचन से ही है ये प्यारी धरती और आसमान
मिटा गए भीम अपने जीवन के सारे अरमान
भीम की गूंज गूंजे आज इस सारे गगन में

परिचय :-  सुनील कुमार “खुराना”
निवासी : नकुड़ सहारनपुर (उत्तर प्रदेश) भारत
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि मेरी यह रचना स्वरचित एवं मौलिक है।

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