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वेद और विज्ञान

डॉ. प्रताप मोहन “भारतीय”
ओमेक्स पार्क- वुड-बद्दी
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विज्ञान की जो खोज
हमारे सामने आई है।
वो पहले से ही हमारे
वेदों में समाई है।
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हम गलत पढ़ते हैं कि विमान
राईट ब्रदर्स ने था बनाया ।
क्योंकि रामायण काल में
हमने पुष्पक विमान को है पाया।
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हमारे वेदों में सारा
विज्ञान समाया है।
वेदों का ही सारा ज्ञान
विज्ञान में आया है।
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अर्थवेद में चिकित्सा ज्ञान
समाया है।
सारे आयुर्वेद को हमने
इसमें पाया है।
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हमारे चारों वेदों में
शिल्प, विज्ञान और
इंजीनियरिंग समाई है
यहां से जानकारी
अन्य देशों ने चुराई है।
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बीजगणित हो या अंकगणित
वनस्पतिशस्त्र हो या जीवशास्त्र
भौतिक या रसायन विज्ञान
वेदों में समाया है सारा ज्ञान।
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परिचय : डॉ. प्रताप मोहन “भारतीय”
निवासी : चिनार-२ ओमेक्स पार्क- वुड-बद्दी
घोषणा : मैं यह शपथ पूर्वक घोषणा करता हूँ कि उपरोक्त रचना पूर्णतः मौलिक है।


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1 Comment

  • किरन अवस्थी

    बहुत ही सटीक बात।वेदों का ज्ञान वस्तुत: विज्ञान के ज्ञान ‌से परिपूर्ण है।वे तो भारतीय सनातन संस्कृति के प्राचीनतम शास्त्र है जिनकी रचना विभिन्न महाज्ञानी ऋषियों मुनियों द्वारा वैज्ञानिक तथ्यों को दृष्टिगत करके की गई ।
    भारत में विज्ञान कभी अपने चरम पर था जहां तक आज का विज्ञान पहुंचा भी नहीं। महाभारत युद्ध में जन धन के साथ ही ही ज्ञान की भी हानि हुई थी।सभी विद्वान, विद्यावान युद्ध में समाप्त हो गये थे,पुस्तकों की भी क्षति हुई। पढ़ा था भारत का संपूर्ण ज्ञान उसी में काल का ग्रास बन गया था।। आपने बहुत सामयिक विषय उठाया। बहुत बहुत धन्यवाद, साधुवाद आपको।

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