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मौसम

डॉ. पवन मकवाना (हिंदी रक्षक) 
इन्दौर (मध्य प्रदेश)
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यूँ चाहे जब ना
चले आया करो मौसम …
यूँ उनकी याद ना
दिलाया करो मौसम …

रूठा हो जब यूँ
दिलबर हमसे
यूँ आकर ना हमको
सताया करो मौसम …
गर आना हो जो
मज़बूरी तुम्हारी
आकर पहले हौले से
हमें बताया करो मौसम …

तुम जब आते हो तो
याद करते हैं हम
उन्हें हम कितना
यह बात उन्हें भी तो
बताया करो मौसम …
याद में जो उनकी
हम गाते हैं नगमें
करीब जाकर उनको भी
सुनाया करो मौसम …

चाहते हैं हम उन्हें कितना
ना मानेगें वो कभी
तुम्हीं जाकर उन्हें प्यार
जताया करो मौसम …
प्यार के दीप से ही
है रोशन दुनिया मेरी
उनके दिल में भी इक
दीप जलाया करो मौसम …

परिचय : डॉ. पवन मकवाना (हिन्दी रक्षक)
निवासी : इंदौर मध्य प्रदेश
सम्प्रति : स्वतंत्र पत्रकार व व्यावसाइक छायाचित्रकार
संस्थापक : राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच
सम्पादक : hindirakshak.Com हिन्दीरक्षकडॉटकॉम
सम्पादक : divyotthan.Com (DNN)
सचिव : दिव्योत्थान एजुकेशन एन्ड वेलफेयर सोसाइटी
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।


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