Wednesday, December 18राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर आपका स्वागत है... अभी सम्पर्क करें ९८२७३६०३६०

एतबार नहीं इस जीवन का

प्रमेशदीप मानिकपुरी
भोथीडीह, धमतरी (छतीसगढ़)
********************

कर ले लाख दिखावा सब अपना होने का
जीवन के पल मे साथ हँसने और रोने का
जख्म अपनो का दिया अब भरता ही नहीं
एतबार भी अपनेपन का मै करता ही नहीं

दो दिन का है यहाँ रिस्तेदारों का जमघट
जाना पड़ता है सभी को अकेले ही मरघट
मरना अकेले ही कोई साथ मरता ही नहीं
एतबार भी अपनेपन का मै करता ही नहीं

क्या रखा है महज इस मिट्टी की काया मे
बना रखा है रिस्ते नाते मोह और माया मे
दिल के दरवाजे तक कोई पहुँचता ही नहीं
एतबार भी अपनेपन का मै करता ही नहीं

जाना अकेले है तो अकेले ही जीना सीखे
जीवन के अनुभव चाहे खट्टे हो या हो मीठे
बिना अनुभव जीवन सफर चलता ही नहीं
एतबार भी अपनेपन का मै करता ही नहीं

जीवन सफर है तो अब इसका मजा लेते है
इसके हर पल मे जीवन की नई सदा लेते है
जीवन सफऱ बिना संघर्ष के चलता ही नहीं
एतबार भी अपनेपन का मै करता ही नहीं

परिचय :- प्रमेशदीप मानिकपुरी
पिता : श्री लीलूदास मानिकपुरी
जन्म : २५/११/१९७८
निवासी : आमाचानी पोस्ट- भोथीडीह जिला- धमतरी (छतीसगढ़)
संप्रति : शिक्षक
शिक्षा : बी.एस.सी.(बायो),एम ए अंग्रेजी, डी.एल.एड. कम्प्यूटर में पी.जी.डिप्लोमा
रूचि : काव्य लेखन, आलेख लेखन, विभिन्न कार्यक्रम में मंच संचालन, अध्ययन अध्यापन
कार्य स्थल : शासकीय माध्यमिक शाला सांकरा
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।

आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं छायाचित्र के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, हिंदी में टाईप करके हमें hindirakshak17@gmail.com पर अणु डाक (मेल) कीजिये, अणु डाक करने के बाद हमे हमारे नंबर ९८२७३ ६०३६० पर सूचित अवश्य करें …🙏🏻

आपको यह रचना अच्छी लगे तो साझा अवश्य कीजिये और पढते रहे hindirakshak.com राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच से जुड़ने व कविताएं, कहानियां, लेख, आदि अपने चलभाष पर प्राप्त करने हेतु राष्ट्रीय  हिन्दी रक्षक मंच की इस लिंक को खोलें और लाइक करें 👉 👉 hindi rakshak manch  👈… राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच का सदस्य बनने हेतु अपने चलभाष पर पहले हमारा चलभाष क्रमांक ९८२७३ ६०३६० सुरक्षित कर लें फिर उस पर अपना नाम और कृपया मुझे जोड़ें लिखकर हमें भेजें...🙏🏻.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *