Thursday, November 21राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर आपका स्वागत है... अभी सम्पर्क करें ९८२७३६०३६०

अनमोल उपहार … बेटियाँ

श्रीमती क्षिप्रा चतुर्वेदी
लखनऊ (उत्तर प्रदेश)
********************

ईश्वर का अनमोल उपहार होती हैं बेटियाँ
जीवन का संगीत और संस्कृति होती है बेटियां।

दिलों को अंतहीन प्यार से भरने
प्रभु द्वारा भेजी हुई देवदूत होती हैं बेटियाँ।
शक्ति का प्रतिरूप बनकर, संघर्ष, साहस,
सहनशीलता की फुलवारी में महकती रहती है बेटियां।
सजता नहीं कोई घरौंदा बिना इनके
घर का साज-श्रृंगार, चमक होती है बेटियां!
जीवन मे भार नहीं जीवन का आधार होती हैं ये
बहुत ही खास होती हैं बेटियां।।

उड़ने दो इनको बांहें पसारे निर्द्वंद खुले आसमान में
सपनों को पूरा करने का हौसला रखती हैं यही बेटियां,
संदेह, डर, हिंसा, कि मत दो इनको बेड़ियाँ
नियमों को ममता के गीत से समझती हैं बेटियाँ।।

इनके जुनून, इनकी कमजोरी को संजो कर रखना होगा,
इनकी रौशनी को मंद नहीं होने देना होगा,
अविरत कल कल धारा सी बहती
कुरीतियों के तीव्र तूफ़ानों से लड़कर
समाज को सन्मार्ग दिखाती हैं बेटियाँ।।

सहेज लें इनको हम अपनी संस्कृति और संस्कारों से,
वर्ना अस्तित्व विहीन हो जाएगी ये सृष्टि,
जानें कितनी परियों ने मिलकर निवेदन किया होगा ईश्वर से,
तभी तो उसने प्रकृति को सौपी हैं ये बेटियां।।

परिचय :- श्रीमती क्षिप्रा चतुर्वेदी
पति : श्री राकेश कुमार चतुर्वेदी
जन्म : २७ जुलाई १९६५ वाराणसी
शिक्षा : एम. ए., एम.फिल – समाजशास्त्र, पी.जी.डिप्लोमा (मानवाधिकार)
निवासी : लखनऊ (उत्तर प्रदेश)
सम्मान : राष्ट्रीय हिंदी रक्षक मंच इंदौर द्वारा “जीवदया अंतर्राष्ट्रीय सम्मान २०२४” से सम्मानित
विशेष : साहित्यिक पुस्तकें पढ़ने के शौक ने लेखन की प्रेरणा दी और विगत ६-७ वर्षों से अपनी रचनाधर्मिता में संलग्न हैं।
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करती हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।


आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं छायाचित्र के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, हिंदी में टाईप करके हमें hindirakshak17@gmail.com पर अणु डाक (मेल) कीजिये, अणु डाक करने के बाद हमे हमारे नंबर ९८२७३ ६०३६० पर सूचित अवश्य करें …🙏🏻

आपको यह रचना अच्छी लगे तो साझा अवश्य कीजिये और पढते रहे hindirakshak.com राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच से जुड़ने व कविताएं, कहानियां, लेख, आदि अपने चलभाष पर प्राप्त करने हेतु राष्ट्रीय  हिन्दी रक्षक मंच की इस लिंक को खोलें और लाइक करें 👉 👉 hindi rakshak manch  👈… राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच का सदस्य बनने हेतु अपने चलभाष पर पहले हमारा चलभाष क्रमांक ९८२७३ ६०३६० सुरक्षित कर लें फिर उस पर अपना नाम और कृपया मुझे जोड़ें लिखकर हमें भेजें…🙏🏻.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *