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हिन्दी भाषा

संगीता सूर्यप्रकाश मुरसेनिया
भोपाल (मध्यप्रदेश)

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हिन्दुस्तान की भाषा हिन्दी,
भारत मां के माथे पर बिंदी सम,
हिन्दी भाषा सहज,सरल,
विदेशों में परचम लहराती हिन्दी।

हिन्दी रस हैं, अलंकार हैं,
दोहा, सोरठा छंद, चौपाई, कुंडलिया हैं।
हिंदी रामायण हैं, महाभारत हैं,
गीता हैं, वेद हैं, पुराण हैं।

हिन्दी भाषा हिन्दुस्तान की धरा हैं,
हिन्दी उन्मुक्त गगन हैं,
हिन्दी असंख्य तारे हैं,
हिन्दी चंदन सम सुगंधित पवन हैं।

हिन्दी हिन्दुस्तान की हैं आन-बान,
मान-सम्मान, भारत का स्वाभिमान,
हिन्दी भाषा हिन्दुस्तान की पहचान हैं,
हिन्दी भाषा भारतीयों अभिमान हैं।

परिचय :- श्रीमती संगीता सूर्यप्रकाश मुरसेनिया
निवासी : भोपाल (मध्यप्रदेश)
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करती हूँ कि मेरी यह रचना स्वरचित एवं मौलिक है।


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