Saturday, September 21राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर आपका स्वागत है... अभी सम्पर्क करें ९८२७३६०३६०

हिन्दी खूब भाती है

अटल मुरादाबादी
नोएडा, गौतमबुद्ध (उत्तर प्रदेश)
********************

वतन की शान है हिन्दी,
वतन का मान है हिन्दी।
धड़कती है दिलों में ये,
धड़कता प्राण है हिन्दी।।
पड़ी जब भी जरूरत है,
निभाया रोल है अपना।
किया आजाद हिंदुस्तां,
किया पूरा सकल सपना।।(१)

पली बढती रही आगे,
न मुड़कर देखती पीछे।
समायीं बोलियां अनगिन,
सभी को प्यार से सींचे।।
खड़ी बोली कहीं दिखती,
कहीं अंदाज है वृज का।
कहीं मीठी है मिसरी सी,
अजब अहसास लखनऊ’ का।।(२)

सरल हैं बोल इसके सब,
सहजता से समझ आती।
नहीं अपनी गहनता पर,
कभी तिलभर भी’ इठलाती।।
कहे क्या ये ‘अटल’ तुमसे,
सभी का मन लुभाती है।
गजब है हिंद की भाषा,
ये हिन्दी खूब भाती है।।(३)

परिचय :- अटल मुरादाबादी
निवासी : नोएडा, गौतमबुद्ध (उत्तर प्रदेश)
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि मेरी यह रचना स्वरचित एवं मौलिक है।

आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं छायाचित्र के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, हिंदी में टाईप करके हमें hindirakshak17@gmail.com पर अणु डाक (मेल) कीजिये, अणु डाक करने के बाद हमे हमारे नंबर ९८२७३ ६०३६० पर सूचित अवश्य करें …🙏🏻

आपको यह रचना अच्छी लगे तो साझा अवश्य कीजिये और पढते रहे hindirakshak.com राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच से जुड़ने व कविताएं, कहानियां, लेख, आदि अपने चलभाष पर प्राप्त करने हेतु राष्ट्रीय  हिन्दी रक्षक मंच की इस लिंक को खोलें और लाइक करें 👉 👉 hindi rakshak manch  👈… राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच का सदस्य बनने हेतु अपने चलभाष पर पहले हमारा चलभाष क्रमांक ९८२७३ ६०३६० सुरक्षित कर लें फिर उस पर अपना नाम और कृपया मुझे जोड़ें लिखकर हमें भेजें…🙏🏻.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *