डॉ. मुकेश ‘असीमित’
गंगापुर सिटी, (राजस्थान)
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शहर की एक पॉश कॉलोनी, दिन का समय, एक बहुमंजिली ईमारत के बहु कक्षीय फ्लैट में वातानुकूलित वातावरण में एक पार्टी चल रही है। ये बहुत कुछ नाईट पार्टियों की तरह ही है बस दिन में इनका नाम किट्टी पार्टी हो जाता है। कुछ किटटीयाँ मेरा मतलब संभ्रांत महिलाएं सजी धजी काया के साथ और टॉपिंग के रूप लिपस्टिक क्रीम पाउडर धारण कर, अपने वॉलेट में पति के क्रेडिट कार्ड और पति की जेब से सेंध लगाकर निकाली हुई धनराशी के साथ एकत्रित होती हैं। हंसी-ठिठोली के माहौल में, एक किट्टी जो उस दिन पार्टी में नहीं आयी, उसकी टीन टप्पड उखाड़ने का काम रहता है। उन्हीं में एक महिला जिनके हाव-भाव से और जिस तरह से उन्हें भाव दिया जा रहा था, साफ नजर आ रहा था कि यह कोई बहुत ही शक्तिशाली महिला है, किट्टी पार्टी की सदस्य नहीं लेकिन जिसके घर पार्टी है उसके यहाँ गेस्ट स्वरुप आमंत्रित है। गर्मजोशी से मेजबान महिला उसका इंट्रो दे रही है तो साफ़ जाहिर हो रहा है की ये किसी बड़े अधिकारी की पत्नी है। जी हाँ, उसके पति प्रदेश स्तर के एक बड़े अधिकारी हैं। बाढ़ राहत केंद्र के कार्यालय में सबसे उच्च पद पर आसीन. इलाके में तेज बारिश हुई है, बारिश किसी के यहाँ कहर बनकर तो किसी के यहाँ महर बनकर बरसती है। शहर के पास के इलाके में भारी बरसात के कारन कई गाँव डूब गए हैं, यानी की बाढ आ चुकी है, जिसका आपदा राहत केंद्र को सबसे ज्यादा इंतज़ार रहता है। और ये अधिकारी अपने दल-बल के साथ इलाके का सर्वेक्षण करने आये है, खुद भी और पिछले ५ दिनों में इलाके के विधायक, सांसद और दो राज्यमंत्री जी का हवाई दौरा भी करवा चुके है।
इस बार पत्नी ने जिद की थी कि बाढ़ का दृश्य वह भी देखेंगी तो श्रीमती जी को भी इस बाढ़ पर्यटन ट्रिप में साथ लेकर आए हैं। आज किट्टी पार्टी है और ये महिला अपनी ट्रिप के अनुभव के बारे में सबको बताकर उनके कलेजे में थोड़ी से नमक मिर्ची भर रही है। कुछ बाढ़ के विहंगम द्रश्य के दुर्लभ फोटो और विडियो भी उसने सबूत बतौर खींचे थे, आज मौका है उन्हीं फोटो एल्बम को दिखाया जा रहा है और वाही-वाही लूटी जा रही है। माहौल एक दम खुशनुमा हो गया है।
“वाह-वाह, क्या सीन है, यार वो देखो फोटो में दो गायें कैसे डूबी जा रही हैं !”
“अरे वो देखो, एक बच्चे का केवल हाथ दिख रहा हैं।“ ओह पास ही मकान की छत पर खडी उसकी माँ है शायद, देखो कैसे चीख
रही हैं !”
वीडियो में आवाज भी रिकॉर्ड कर ली गई। वाह क्या टाइमिंग है। मानना पडेगा आपको, कितनी बढ़िया फोटो ग्राफी करते हो, एक ही फ्रेम में बच्चा और माँ को कैद कर लिया, कितना मार्मिक अपीलिंग सीन है, अरे इन्हें तो किसी न्यूज़ मीडिया वालों को भेजो न, देखो बेस्ट फीचर फोटो अवार्ड मिलेगा तुम्हे।
कौनसा कैमरा है तुम्हारा ?
कैनन का डी एसएलआर, ओह ये तो बहुत महँगा है, मैंने इन्हें भी कहा है कम से कम एक कॉम्पैक्ट कैमरा ही ला दो, लेकिन सुनते ही नहीं है!”
अरे तुम कहो तो ये विडियो सोशल मीडिया पर डाल दूँ, मुझे शेयर कर दो ना, मेरे ५००० फोलोअर हैं, देख लेना 1 दिन में ही वायरल हो जाएगा।”
ओह तुम तो राहत सामग्री भी बाँट रहे हो, क्या बात है, कितने सटीक निशाने से डाल रहे हो पैकेट, सीधे छत पर खड़े हुए लोगों के मुह पर गिर रहे हैं।
अफसरानी बोली, ”हाँ बहुत ही धर्म का काम है यार। सच में जब ऊपर से थैलियाँ गिराई जा रही थीं और नीचे बच्चे लपक रहे थे अब बड़ा ही मजा आ रहा था। कुछ थैलियाँ पानी में गिर गई थीं उन्हें बच्चे तैर कर झपट रहे थे। उस समय मैंने कैमरा इनको दे दिया था, इस लिए ये महत्वपूर्ण क्षण भी कैद हो पाया !”
“सखी हमें भी ले चलो ना यार, ये तो बहुत अच्छा पिकनिक स्पॉट हो सकता है। क्यूँ न अगली किट्टी पार्टी वहीं रखी जाए, हेलीकाप्टर में हवाई किट्टी पार्टी। अरे इतनी सी बात। अफसरान बोली “हाँ क्यूँ नहीं। इनके एक दोस्त हैं, उनका एक आलिशान रिसोर्ट है बिलकुल बाढ़ के एरिया से
लगता हुआ। इस समय तो हाउस फुल बुकिंग चल रही हैं। देश प्रदेश के सभी नामी गिरामी न्यूज़ मीडिया वालों ने घेर रखा है, रिसोर्ट वालों ने वहां कई व्यू पॉइंट बना दिए हैं, दो टेलिस्कोप भी लगा दिए हैं। पास में ही दो नौकाएं भी किराए के लिए उपलब्ध है, नौका विहार के लिए विधायक सांसद मंत्री सभी वहीं ठहरते हैं। हेलीपैड पार्किंग भी बना रही है। मैं इनसे बात करती हूँ जल्दी एक पार्टी वहीं रखते हैं। बाहर बरसात तेज हो गयी थी, खिडकियों के परदे हवा के शोर से उडते जा रहे थे, लेकिन अन्दर खिलखिलाहटों, हंसी ठहाको का शोर कहीं तेज था, शोर बाहर झोंपड़ियों में फंसे मजदूरों के परिवारों का भी था, लेकिन बरसात के शोर में वो दब सा गया था।
निवासी : गंगापुर सिटी, (राजस्थान)
व्यवसाय : अस्थि एवं जोड़ रोग विशेषज्ञ
लेखन रुचि : कविताएं, संस्मरण, व्यंग्य और हास्य रचनाएं
प्रकाशन : शीघ्र ही आपकी पहली पुस्तक नरेंद्र मोदी का निर्माण : चायवाला से चौकीदार तक प्रकाशित होने जा रही है।
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।
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