Monday, December 23राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर आपका स्वागत है... अभी सम्पर्क करें ९८२७३६०३६०

मजदूर हूँ मजबूर नही

गोविन्द सरावत मीणा “गोविमी”
बमोरी, गुना (मध्यप्रदेश)
********************

मजदूर हूँ मजबूर नही,
करता कभी ग़ुरूर नही!
सींचा श्रम से कण-कण,
तोड़ा कभी दस्तूर नही!!
मेरे उर से जन्मा उत्थान
मैंने किया नूतन-निर्माण!
छुपा पेट भर रोटी में, मेरी,
सकल सृस्टि का कल्याण!!
धरती बनाई दुल्हन मैंने,
सही हसके हर उलझन मैंने!
रहा बांटता खुशियां अगनित,
पर की न मैली चितवन मैंने!!
चलता रहा सुबह-से शाम
नही किया क्षणिक विश्राम!
भाता मेहनत का कमाया ही
लगे मुफ़्त के हीरे-मोती हराम!!
गम नही, नही पास महल
यूंही जाते हैं बच्चे बहल!
‘आज’ हमारा ही है जीवन,
क्या भरोसा कल का चहल!!
भाती है मेहनत की रोटी,
हमसे ही हैं बंगला-कोठी!
नही ज़माने से कोई गिला,
समझना नही नियत खोटी!!

परिचय :- गोविन्द सरावत मीणा “गोविमी
निवासी : बमोरी जिला- गुना (मध्यप्रदेश)

घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि मेरी यह रचना स्वरचित एवं मौलिक है।


आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं छायाचित्र के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, हिंदी में टाईप करके हमें hindirakshak17@gmail.com पर अणु डाक (मेल) कीजिये, अणु डाक करने के बाद हमे हमारे नंबर ९८२७३ ६०३६० पर सूचित अवश्य करें …🙏🏻

आपको यह रचना अच्छी लगे तो साझा अवश्य कीजिये और पढते रहे hindirakshak.com राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच से जुड़ने व कविताएं, कहानियां, लेख, आदि अपने चलभाष पर प्राप्त करने हेतु राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच की इस लिंक को खोलें और लाइक करें 👉 👉 hindi rakshak manch  👈… राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच का सदस्य बनने हेतु अपने चलभाष पर पहले हमारा चलभाष क्रमांक ९८२७३ ६०३६० सुरक्षित कर लें फिर उस पर अपना नाम और कृपया मुझे जोड़ें लिखकर हमें भेजें…🙏🏻

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *