Thursday, November 7राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर आपका स्वागत है... अभी सम्पर्क करें ९८२७३६०३६०

अमर वीरों को भुला नहीं पाएंगे

ललित शर्मा
खलिहामारी, डिब्रूगढ़ (असम)
********************

आजादी की लड़ाई में
भेदभाव रहित देशवासी
झलकाये अनेकताओं में एकता
स्नेह प्यार समन्वय, विश्वास
आपस में था सबका साथ
मिलकर सब लड़ते गए
लम्बी लड़ाई
देशवासी
अहिंसा से लड़ने की
अपनी अहम
विशेषता दिखलाई
विदेशियों की
हिंसात्मक योजनाएं
देशवासियों की एकता में
पड़ी खटाई में,
जमीन पर आई
थके नहीं देशवासी
लड़े गए अहिंसा की लड़ाई
अंत तक नहीं
तोड़े धैर्य हिम्मत
सफलता की सीढ़ी पर
ऊंचाई सीना तान चढ़ आई
देशवासी ने अपनी
हिम्मत बढ़ाई
गाँधीजी का था
अग्रणी कुशल नेतृत्व
परास्त करने का सबने
किया था अटल ब्रत
संघर्षों में चलाया
आपसी विचार विमर्श
अंत तक सबने रखा
प्रेम स्नेह एकमत
देशवासी जब
स्वतः कूदे पड़े जंग में
नेस्तनाबूत शिथिल
पड़ी वर्षो की गुलामी
भारतीयों के
मन में चढ़ आया
उत्साह, उमंग, तरंग
असहयोग का
देशभर में हो गया संग
खुशियों की बहार में
देशभर में खत्म कर दी
गुलामी की
देशवासियों ने कहानी
जान गंवाए प्राणों की
आहुति लगाए
थी उनकी सच्ची बलिदानी
देश की आजादी में
अहम त्याग बलिदान कर
देश को बचाये
अमिट रहेगी
उनकी कहानी
उनकी याद
गणतंत्र दिवस
स्वाधीनता दिवस पर
देशवासियो के मन से
आजीवन हट नहीं पाएगी

परिचय :- ललित शर्मा
निवासी : खलिहामारी, डिब्रूगढ़ (असम)
संप्रति : वरिष्ठ पत्रकार व लेखक
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।


आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं छायाचित्र के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, हिंदी में टाईप करके हमें hindirakshak17@gmail.com पर अणु डाक (मेल) कीजिये, अणु डाक करने के बाद हमे हमारे नंबर ९८२७३ ६०३६० पर सूचित अवश्य करें …🙏🏻

आपको यह रचना अच्छी लगे तो साझा अवश्य कीजिये और पढते रहे hindirakshak.com राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच से जुड़ने व कविताएं, कहानियां, लेख, आदि अपने चलभाष पर प्राप्त करने हेतु राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच की इस लिंक को खोलें और लाइक करें 👉 👉 hindi rakshak manch  👈… राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच का सदस्य बनने हेतु अपने चलभाष पर पहले हमारा चलभाष क्रमांक ९८२७३ ६०३६० सुरक्षित कर लें फिर उस पर अपना नाम और कृपया मुझे जोड़ें लिखकर हमें भेजें…🙏🏻

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *