Thursday, November 7राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर आपका स्वागत है... अभी सम्पर्क करें ९८२७३६०३६०

धर्म

शैल यादव
लतीफपुर कोरांव (प्रयागराज)
********************

धार्यते इति धर्म:सर्वमान्य परिभाषा है धर्म की,
धर्म में प्रमुखता है सर्वत्र बस केवल कर्म की।

सद्कर्मों का अभाव जहाॅं वहाॅं कोई धर्म नहीं,
धर्म हीन मानवों में रह सकता कोई मर्म नहीं।

इस संसार में मानव का सर्वोच्च धर्म है मानवता,
किंतु कुछ वर्षों से हावी‌ है सारे संसार में दानवता।

जिसके हृदय में प्राणियों हेतु नहीं है कोई निष्ठा,
दानवता की परिभाषा है वह नीचता की पराकाष्ठा।

उच्च‌ मानव कुल में जन्म लेकर कार्य न‌ हों नीच,
सद्गुणों सद्व्यवहारों की एक आदर्श रेखा खींच।

संतानों की उत्तरोत्तर प्रगति में पिता का ही धर्म है,
खेती के उत्पादन में केवल अपना‌ कठिन कर्म है।

सभी लोग सुखी रहें ऐसी हो सबकी कामना,
अनिवार्यतः किसी से नहीं होगा दुःख का सामना।

इस धरा पर हैं अनेक जातियाॅं और धर्म भी,
सबके भिन्न कर्म हैं और सबके भिन्न मर्म भी ।

अपने कर्तव्यों का निष्ठा पूर्वक निर्वहन भी धर्म है,
पर दुखद छल कपट द्वेष का व्यवसाय बहुत गर्म है।

धर्म ही सिखाता है हम सबको एक रहना,
जो उचित हो सबके लिए वही कार्य करना।

मान रख लिया है जो सबके मर्म का यहाॅं,
ज्ञान रख लिया है वो सर्व धर्म का यहाॅं।

परिचय :- शैल यादव
निवासी : लतीफपुर कोरांव (प्रयागराज)
सम्प्रति : शिक्षक- जीआईसी
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।


आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं छायाचित्र के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, हिंदी में टाईप करके हमें hindirakshak17@gmail.com पर अणु डाक (मेल) कीजिये, अणु डाक करने के बाद हमे हमारे नंबर ९८२७३ ६०३६० पर सूचित अवश्य करें …🙏🏻

आपको यह रचना अच्छी लगे तो साझा अवश्य कीजिये और पढते रहे hindirakshak.com राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच से जुड़ने व कविताएं, कहानियां, लेख, आदि अपने चलभाष पर प्राप्त करने हेतु राष्ट्रीय  हिन्दी रक्षक मंच की इस लिंक को खोलें और लाइक करें 👉 👉 hindi rakshak manch  👈… राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच का सदस्य बनने हेतु अपने चलभाष पर पहले हमारा चलभाष क्रमांक ९८२७३ ६०३६० सुरक्षित कर लें फिर उस पर अपना नाम और कृपया मुझे जोड़ें लिखकर हमें भेजें…🙏🏻.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *