Sunday, December 22राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर आपका स्वागत है... अभी सम्पर्क करें ९८२७३६०३६०

मिलकर दीप जलायें 

डॉ. सत्यनारायण चौधरी “सत्या”
जयपुर, (राजस्थान)
********************

आओ सभी मिलकर दीप जलायें
इस दीपावली नवदीप जलायें ।
जो ज्ञान का दे प्रकाश,
चलो ज्ञानदीप जलायें।
जो जाति-पाति का मिटा दे अंधेरा,
एक ऐसा धर्मदीप जलायें ।
जो अशुभ रूपी तम को हर ले,
इक ऐसा शुभदीप जलायें।
विज्ञान के दम पर हो भारत का नाम,
एक ऐसा विज्ञानदीप जलायें।
जनतन्त्र ना बदले, भीड़तन्त्र में,
इक ऐसा जनदीप जलायें।
चहुँ और हो प्रेम और सौहार्द,
एक ऐसा प्रेमदीप जलायें।
जन-जन हो प्रफुल्लित,
इक ऐसा हर्षदीप जलायें।
शूरवीरों की शहादत को ना भूलें,
चलो एक शौर्यदीप जलायें।
संस्कृति का परचम फहरे जग में,
एक ऐसा संस्कृतिदीप जलायें।
भारतभूमि का हो यशोगान,
इक ऐसा यशदीप जलायें।
मिट जाए भेद ग़रीबी-अमीरी का,
एक ऐसा समदीप जलायें।
अक्षर के ज्ञान से हों सभी परिचित,
इक ऐसा साक्षरदीप जलायें।
पर्यावरण को रखना है सुरक्षित,
एक ऐसा पर्यावरणदीप जलायें।
भाषा हो एक अपने देश की,
आओ एक हिन्दीदीप जलायें।
अधिकारों के लिए रहें सजग हम,
इक ऐसा अधिकारदीप जलायें ।
देश के प्रति कर्तव्य रहें याद हमेशा,
चलो एक कर्तव्यदीप जलायें।
नारी की महिमा को ना होने दें खंडित,
एक ऐसा नारी सम्मानदीप जलायें।
अन्याय न सहें और न होने दें,
आओ इक न्यायदीप जलायें।
दुःख का ना रहें नामोनिशान,
आओ मिलकर सुखदीप जलायें।
वापस लौटें वसुधैवकुटुम्बकम् पर,

इक ऐसा विश्वदीप जलायें।
मातृभूमि पर कर दें तन-मन-धन अर्पण,
चलो एक समर्पण दीप जलायें।
आओ इस दीपावली सब मिलकर,
इक नवप्रभात का नूतनदीप जलायें।

परिचय :- डॉ. सत्यनारायण चौधरी “सत्या”
निवासी : जयपुर, (राजस्थान)
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।


आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं छायाचित्र के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, हिंदी में टाईप करके हमें hindirakshak17@gmail.com पर अणु डाक (मेल) कीजिये, अणु डाक करने के बाद हमे हमारे नंबर ९८२७३ ६०३६० पर सूचित अवश्य करें …🙏🏻

आपको यह रचना अच्छी लगे तो साझा अवश्य कीजिये और पढते रहे hindirakshak.com राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच से जुड़ने व कविताएं, कहानियां, लेख, आदि अपने चलभाष पर प्राप्त करने हेतु राष्ट्रीय  हिन्दी रक्षक मंच की इस लिंक को खोलें और लाइक करें 👉 👉 hindi rakshak manch  👈… राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच का सदस्य बनने हेतु अपने चलभाष पर पहले हमारा चलभाष क्रमांक ९८२७३ ६०३६० सुरक्षित कर लें फिर उस पर अपना नाम और कृपया मुझे जोड़ें लिखकर हमें भेजें…🙏🏻.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *