Monday, December 23राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर आपका स्वागत है... अभी सम्पर्क करें ९८२७३६०३६०

रहे सलामत मेरा सजना

अंजनी कुमार चतुर्वेदी
निवाड़ी (मध्य प्रदेश)
********************

सारे भारत के नर नारी,
करवा चौथ मनाते।
अपने ही अपनों से मिलकर,
अपना उन्हें बनाते।

पार्वती शिव और गजानन,
की पूजा होती है।
चौथ तिथि को पूज्य सुहागिन,
सारे दुख खोती है।

उत्तम पति की आस ह्रदय रख,
कन्यायें व्रत करतीं।
सारे सुख सौभाग्य प्राप्ति की,
मन में आशा भरतीं।

निराहार निर्जल व्रत रखकर,
सुंदर रूप सजातीं।
दीर्घायु हों सजन हमारे,
प्रभु से खैर मनातीं।

सारे दिन पकवान बनातीं,
गृह कारज करतीं हैं।
कर सोलह श्रृंगार सँवरतीं,
मन उमंग भरतीं हैं।

नए वस्त्र आभूषण पाकर,
मन ही मन मुस्कातीं।
रहे सलामत मेरा सजना,
गीत प्यार के गातीं।

अंबर में जब चाँद दीखता,
तब पूजा विस्तारें।
चलनी और दीप ज्योति से,
उसकी छटा निहारें।

मधुमय जीवन हो हम सबका,
इसी भाव से जीतीं।
चाँद देखकर खुश हो जातीं,
साजन से जल पीतीं।

दांपत्य बट सा स्थिर हो,
चौथ कामना करतीं।
लेती स्वयं बलायें पति की,
प्रेम अंक में भरतीं।

पाकर के समीप्य सजन का,
मन मयूर हर्षाता।
मिलता जो पावन अनंत सुख,
उर मैं नहीं समाता।

परिचय :अंजनी कुमार चतुर्वेदी
निवासी : निवाड़ी (मध्य प्रदेश)
शिक्षा : एम.एस.सी एम.एड स्वर्ण पदक प्राप्त
सम्प्रति : वरिष्ठ व्याख्याता शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय क्रमांक २ निवाड़ी
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।


आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं छायाचित्र के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, हिंदी में टाईप करके हमें hindirakshak17@gmail.com पर अणु डाक (मेल) कीजिये, अणु डाक करने के बाद हमे हमारे नंबर ९८२७३ ६०३६० पर सूचित अवश्य करें …🙏🏻

आपको यह रचना अच्छी लगे तो साझा अवश्य कीजिये और पढते रहे hindirakshak.com राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच से जुड़ने व कविताएं, कहानियां, लेख, आदि अपने चलभाष पर प्राप्त करने हेतु राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच की इस लिंक को खोलें और लाइक करें 👉 👉 hindi rakshak manch  👈… राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच का सदस्य बनने हेतु अपने चलभाष पर पहले हमारा चलभाष क्रमांक ९८२७३ ६०३६० सुरक्षित कर लें फिर उस पर अपना नाम और कृपया मुझे जोड़ें लिखकर हमें भेजें…🙏🏻

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *