Monday, December 23राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर आपका स्वागत है... अभी सम्पर्क करें ९८२७३६०३६०

कलम मेरी पहचान

आनंद कुमार पांडेय
बलिया (उत्तर प्रदेश)
********************

हर जंग लड़ा लिखते-लिखते,
सत्कर्म हीं एक इरादा है।
हम कलम के वीर सिपाही हैं,
ये है अपना ऐलान।
है कलम मेरी पहचान…२

इतिहास गवाह हमारा है,
दुश्मन को भी ललकारा है।
बस मुद्दों की हीं लड़ाई है,
बेतुक न मेरी धारा है।
हम होते नहीं हैरान।
है कलम मेरी पहचान…२

हम पड़ते नहीं प्रपंचों में,
नित शब्द समागम करते हैं।
हर जगह तुरत छा जाते हम,
बस शांति प्रेम रस ढरते हैं।
मुझमे है शक्ति तमाम।
है कलम मेरी पहचान…२

अनमोल मिलन होता अपना,
सब देख चकित रह जाते हैं।
सबकी बोली थम जाती है,
जब शब्द हमारे आते हैं।
हो कार्य मेरा अविराम।
है कलम मेरी पहचान…२

न जाति धर्म का भेद-भाव,
सबसे मेरा गहरा लगाव।
आनंदित हो “आनंद” कलम,
है दिखलाती अपना प्रभाव।
हुई कलम आज वरदान।
है कलम मेरी पहचान…२

परिचय :- आनंद कुमार पांडेय
पिता : स्व. वशिष्ठ मुनि पांडेय
माता : श्रीमती राजकिशोरी देवी
जन्मतिथि : ३०/१०/१९९४
निवासी : जनपद- बलिया (उत्तर प्रदेश)
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।


आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं छायाचित्र के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, हिंदी में टाईप करके हमें hindirakshak17@gmail.com पर अणु डाक (मेल) कीजिये, अणु डाक करने के बाद हमे हमारे नंबर ९८२७३ ६०३६० पर सूचित अवश्य करें …🙏🏻

आपको यह रचना अच्छी लगे तो साझा अवश्य कीजिये और पढते रहे hindirakshak.com राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच से जुड़ने व कविताएं, कहानियां, लेख, आदि अपने चलभाष पर प्राप्त करने हेतु राष्ट्रीय  हिन्दी रक्षक मंच की इस लिंक को खोलें और लाइक करें 👉 👉 hindi rakshak manch  👈… राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच का सदस्य बनने हेतु अपने चलभाष पर पहले हमारा चलभाष क्रमांक ९८२७३ ६०३६० सुरक्षित कर लें फिर उस पर अपना नाम और कृपया मुझे जोड़ें लिखकर हमें भेजें...🙏🏻.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *