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हिंदी पखवाड़ा

ललित शर्मा
खलिहामारी, डिब्रूगढ़ (असम)
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सितंबर का यह महीना
लो फिर आ गया भाई
हिंदी दिवस,

खूब मनेगा
फिर नई खुशी फिर छाई
सबका होगा फिर
जमकर जमावड़ा
जमकर हिंदी का मनुहार होगा
जमकर चलेगा पखवाडा
विकसित करने को हिंदी
कामयाब करेंगे पखवाडा
दिवस हिंदी पर
लगाया जाएगा
समृद्ध करने का गहरा झाड़ा

हिंदी के समृद्ध की गहराई
तनमन से ढूंढी जायेगी
खुशियां अन्तर्मन में
खूब जोरों पर हिंदी को
प्रचारित प्रसारित की लहरायेगी
हिंदी की तरक्की में
दिमागी कसरतें
नई नई तरकीबें
कागज कलम में
पखवाड़े में
लिपिबद्ध होती आएगी

हिंदी दिवस मनाने की याद
दिल में सबजन को
सितंबर में अक्सर सताती है
कार्यशाला गोष्ठी प्रतियोगिता
खूब दिलचस्प कर दी जाती है
जमकर होता है आयोजन
हिंदी को मजबूत करो
हिंदी विकसित करो
बोलो हिंदी करो समृद्ध
जमकर भाषण में
सारी बातें सबजन उठाते है
जन जन में हिंदी दिवस की
प्रीत महत्ता का बीज बोकर
हिंदी दिवस को गले लगाते है

दिवस पर बोले कई लोग
अब चुप नहीं बैठेंगे
आ गया जो हिंदी दिवस
हम भी कुछ लिखकर लाये है
बोलेंगे हिंदी दिवस पर जरूर
मीटिंग में स्पीच देंगे
ऑडियंस की ताली सुनेंगे
मीटिंग को कर देंगे एट्रेक्टिव
मिलकर वेलकम करेंगे
सेलिब्रेट करेंगे
मिलकर
हिंदी दिवस
शुभदिन पर कांफ्रेंस हाल
हिंदी दिवस में हाय हेलौ की
गूंज रही थी ताल

हिंदी को ऊंचा करने में
फर्राटेदार अंग्रेजी में
एक दूसरे सुरीले शब्द
हिंदी दिवस पर
अपने भाषण में खुलकर
बेधड़क ऑडियंस को सुना रहे थे
लिखा था अंग्रेजी में
मंच के उसपार
जेंटलमैन
यु आर आल वेलकम
प्लीज् सीट डाउन
इन योर सीट
साइलेंस प्लीज्
टू डे हिंदी दिवस
खड़े होकर एक व्यक्ति
त्वरित बोला
अंदर जाकर
हिंदी दिवस का
आयोजन तोला
हाय हेलौ हाउ आर यू
गुड़ मॉर्निंग नाइस टू मीट यू
एक दूसरे से बोलते बोलते
सुनकर चुप्पी तोड़ा
हिंदी दिवस का आयोजन
कितना खूब क्रेजी किया
अगल बगल की सीट
पर बैठे लोग अंग्रेजी में
हिंदी दिवस की बधाई
साइलेंस मुड़ में
व्हाट्सअप इंस्टाग्राम
फेसबुक पर
हैप्पी हिंदी दिवस
कहकर बधाई की बौछार
करते गए
वी आर आल
इंवाईटेड हेयर
वी विल केयर हिंदी
वेलकम टू ऑल
ट्राय टू डेवेलोप हिंदी

यह सुनते सुनते पूछ बैठी
हिंदी
मेरा उपचार हो रहा है या
मेरा श्रृंगार
कितना हो रहा है मेरा व्यवहार
कितना किया जा रहा है मुझसे प्यार
किसे अपना कहूँ किसे दोषी बताऊँ
हिंदी दिवस से पखवाड़े तक
यही करती रहूंगी पुकार ?

परिचय :- ललित शर्मा
निवासी : खलिहामारी, डिब्रूगढ़ (असम)
संप्रति : वरिष्ठ पत्रकार व लेखक
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।

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