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वीर शहीदों को नमन

महेन्द्र साहू “खलारीवाला”
गुण्डरदेही बालोद (छत्तीसगढ़)
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खून से लथपथ भीगकर,
सह गए गोरों के अत्याचार।
जुबां पर फिर भी एक ही
नाम,जय हिन्द की पुकार।।

रानी लक्ष्मी, दुर्गावती, अवंतिका,
झलकारी ने ललकारी।
मां भारती की धरा पर ऐसी
वीरांगना थी दमदार।।

आजाद, बोस, भगत, गुरु, सुखदेव,
अशफ़ाक थे तेज तलवार।
दासता की बेड़ी तोड़ने, आज़ादी के
दीवानों की थी भरमार।।

तन-मन-धन सब वार दिए,
झेल गए गोलियों की बौछार।
नमन है उन वीर शहीदों को,
कोटिशः नमन है बारम्बार।।

फांसी पर झूल गए हँसकर,
भारत माता के लाल।
हँसकर शीश कटा गए,
झुकने न दिए हिन्द के भाल।।

वीर शहीदों के साहस से,
मिली है हमें आज़ादी।
ऐसे वीर शहीदों का है,
हम सब पर उपकार।।

परिचय :-  महेन्द्र साहू “खलारीवाला”
निवासी –  गुण्डरदेही बालोद (छत्तीसगढ़)
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।


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