ललित शर्मा
खलिहामारी, डिब्रूगढ़ (असम)
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शिक्षा में ही है अनन्त ज्ञान की गहराई
यह बुनियाद जिसने है मजबूत बनाई
समझ, बुद्धि, बढ़ी, चिंताएं नहीं सताई
शिक्षित से प्रगति खुशियाँ महक आई
जीवन में अति उत्कृष्ट है शिक्षाज्ञान
पढ़लिख कर अर्जित करे शिक्षाज्ञान
दिलाती बढ़ाती सन्मान शिक्षाज्ञान
उजियारा का दीप जलाती शिक्षाज्ञान
शिक्षित जीवन से ही सर्वोत्तम आराम
जाति समाज देश का खूब कराता ज्ञान
अनन्त सुख समृद्धि में कराता पाठदान
दीपक बुझे नहीँ शिक्षा का पाएँ सन्मान
कोई ना राखे कभी कहीं त्रुटि
उत्तम ज्ञान है शिक्षा की घुंटी
बाल्यकाल जीवन से ही बूंटी
राहत की यही है संजीवनी बूंटी
पिलाने का सर्वजन रचाओ संसार
खुलेमन से सब मिलकर करें प्रसार
शिक्षितजनों का बढ़े विस्तृत संसार
खोले अनपढ़ अवरुद्ध शिक्षा का द्वार
शिक्षा की रोशनी से करे बौछार
समर्पित मिलकर बढ़ाये कतार
चखाये, शिक्षाजगत का प्रेम प्यार
शिक्षा घुंटी से बढते जाए रफ्तार
अगूंठे के निशानों को अब
कोई ना लगाए
सबको आपस में
पढ़ने की शिक्षा से जगाए
जीवन जीने की कला में
मिठास शिक्षा की बताएं
जीवन का छंटता मिटता है दर्द सारा
भटके जीवन में देती शिक्षा ही सहारा
बुद्धि ज्ञान की गहराई खरा जो उतारा
जीवन की गहराई केवल शिक्षा ने तारा
शिक्षा है ज्ञान की पाठशाला
लगे न कदापि कोई ताला
शिक्षा से जगमगाती ज्योति
सर्वजन पहने यही माला
मानव संसार में फूल की भांति
खिले फूल जैसी पाठशाला
दीपक जलाएं शिक्षा का
अंगूठे को छोड़
बनाये कलम चलाने वाला
बिखरे शिक्षा के बून्द बून्द
बने शिक्षा के सागर
शिक्षित हो डगर डगर
नीति आदर्शो व अनुशासन से
सभी ऐसी शिक्षा से करे सफर
परिचय :- ललित शर्मा
निवासी : खलिहामारी, डिब्रूगढ़ (असम)
संप्रति : वरिष्ठ पत्रकार व लेखक
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।
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