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आओ पुस्तक पढ़ें … जिंदगी गढ़ें …

धर्मेन्द्र कुमार श्रवण साहू
बालोद (छत्तीसगढ़)
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पुस्तक पढ़ना जिंदगी गढ़ना
हमें महकना सिखाती हैं..
आगे ही बढ़ना संघर्ष करना
हमें सॅंवरना सिखाती है ..

नई किरणें लेकर बिखरना
नई उम्मीदें जगाती हैं..
नई आशाएं लेकर निखरना
परिभाषाएं बतलाती हैं..

चिंता न कर चिंतन करना
चेतना चित में जगाती हैं..
चिरसम्मत सद्कर्म गढ़ना
चिरायु स्मृति ये दर्शाती हैं..

जीवन उपवन सा महकना
चेहरों पे मुस्कान लाती हैं..
वनों जैसे आच्छादित होना
पर्यावरण संदेश बताती हैं..

कलकल कर नदियां बहना
अनवरत ये गीत गाती हैं..
कलरव कर पंछी चहकना
संगीत लयबद्ध भाती हैं..

हिसाब करना किताबें पढ़ना
जाॅब का चयन कराती हैं..
पढ़ लिखकर गुणवान बनना
आदर्श पथ पर चलाती है..

परिचय :- धर्मेन्द्र कुमार श्रवण साहू
निवासी : भानपुरी, वि.खं. – गुरूर, पोस्ट- धनेली, जिला- बालोद छत्तीसगढ़
कार्यक्षेत्र : शिक्षक
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि मेरी यह रचना स्वरचित एवं मौलिक है।


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