Thursday, November 7राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर आपका स्वागत है... अभी सम्पर्क करें ९८२७३६०३६०

ऐसा भी होता है

आनंद कुमार पांडेय
बलिया (उत्तर प्रदेश)
********************

सहसा नम हो जाती हैं आंखें,
बिखर जाते हैं सपने सारे।
देखते हैं जो रात में अक्सर,
दिख जाते हैं दिन में तारे।।
अंतर्मन की गहराई में,
दिल बेचारा रोता है।
तन्हाई के आलम में सुन लो,
ऐसा भी होता है।।

कुछ अदृश्य घटनाएं घटती,
दुख की बदली नहीं है छटती।
खुशियों के पीछे गम दिखता,
हर कुछ है पैसे पर बिकता।।
बढ़ती जाए तड़प इंसा की,
लगता पिंजरे का तोता है।
तन्हाई के आलम में सुन लो,
ऐसा भी होता है।।

झूठ व सच का पता ना चलता,
बिन बाती का दीप है जलता।
यह इक कोरा सच है समझो,
बैठे सज्जन हाथ है मलता।।
मुश्किल में इंसान लगे हर,
काटता कुछ और कुछ बोता है।
तन्हाई के आलम में सुन लो,
ऐसा भी होता है।।

अरमानों का गला घोलते,
अक्सर अपने लोग यहाॅ।
जिसको एक जगह था रहना,
बिखरा पड़ा है जहां-तहां।।
है “आनंद” यही जीवन का सच,
बोझ किसी का कोई और ढोता है।
तन्हाई के आलम में सुन लो,
ऐसा भी होता है।।

परिचय :- आनंद कुमार पांडेय
पिता : स्व. वशिष्ठ मुनि पांडेय
माता : श्रीमती राजकिशोरी देवी
जन्मतिथि : ३०/१०/१९९४
निवासी : जनपद- बलिया (उत्तर प्रदेश)
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।


आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं छायाचित्र के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, हिंदी में टाईप करके हमें hindirakshak17@gmail.com पर अणु डाक (मेल) कीजिये, अणु डाक करने के बाद हमे हमारे नंबर ९८२७३ ६०३६० पर सूचित अवश्य करें …🙏🏻

आपको यह रचना अच्छी लगे तो साझा अवश्य कीजिये और पढते रहे hindirakshak.com राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच से जुड़ने व कविताएं, कहानियां, लेख, आदि अपने चलभाष पर प्राप्त करने हेतु राष्ट्रीय  हिन्दी रक्षक मंच की इस लिंक को खोलें और लाइक करें 👉 👉 hindi rakshak manch  👈… राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच का सदस्य बनने हेतु अपने चलभाष पर पहले हमारा चलभाष क्रमांक ९८२७३ ६०३६० सुरक्षित कर लें फिर उस पर अपना नाम और कृपया मुझे जोड़ें लिखकर हमें भेजें...🙏🏻.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *