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मेरा संसार है वो

रामेश्वर दास भांन
करनाल (हरियाणा)
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सबके सुबह उठने से
पहले उठ जाती है वो,
सबको खिलाने के
बाद खाती है वो,
सबको सुलाने के बाद
सोती है वो,
घर के हर सदस्य का
ध्यान रखती है वो,
पति से प्रेम बच्चों से
प्यार करती है वो,
घर में बड़ों से आशीर्वाद
प्राप्त करती है वो,
ना कभी चेहरे पर
थकान लाती है वो,
साल में ना कभी
छुट्टी मनाती हैं वो,
ममता, करूणा,
धैर्य की मूर्त है वो,
प्यारी सी एक
सुंदर सुरत है वो,
बच्चों को दुलार,
संस्कार देती है वो,
हर सामाजिक रिश्ते से
रखती है सरोकार वो,
मेरे जीवन में
लाई बहार हैं वो,
मेरे लिये मेरा
संसार है वो

परिचय : रामेश्वर दास भांन
निवासी : करनाल (हरियाणा)
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।


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