Sunday, December 22राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर आपका स्वागत है... अभी सम्पर्क करें ९८२७३६०३६०

भारत को सोने की चिड़िया बनानां हैं

किशन सनमुखदास भावनानी
गोंदिया (महाराष्ट्र)
********************

भारत को सोने की चिड़िया बनानां हैं
भ्रष्टाचार को रोककर सुशासन को
आखरी छोर तक ले जाना हैं
हृदय में ऐसा जज्बा लाना है
सरकारों को ऐसी नीतियां बनाना हैं

साथ मिलकर महत्वपूर्ण भूमिका निभाना हैं
संकल्प लेकर सुशासन को
आखिरी छोर तक ले जाना हैं

भारत को परिवर्तनकारी
पथ पर ले जाना हैं
सबको परिवर्तन का सक्रिय
धारक बनाना हैं

न्यूनतम सरकार अधिकतम
शासन प्रणाली लाना हैं
सुशासन को आखिरी
छोर तक ले जाना हैं

भारतीय लोक प्रशासन को
ऐसी नीतियां बनाना हैं
वितरण प्रणाली में भेदभाव
क्षमता अंतराल को दूर करना हैं

लोगों के जीवन की गुणवत्ता
कौशलता विकास में सुधार करके
सुखी आरामदायक बेहतर
ख़ूबसूरत जीवन बनाना हैं

सुविधाओं समस्यायों समाधानों
की खाई पाटना हैं
आम जनता की सुविधाओं को
अधनुतिक तकनीकी से बढ़ाना हैं

प्रौद्योगिकी पर जोर देकर
विकास को बढ़ाना हैं
कल के नए भारत को
साकार रूप देना हैं

परिचय :- किशन सनमुखदास भावनानी (अभिवक्ता)
निवासी : गोंदिया (महाराष्ट्र)
शपथ : मेरे द्वारा यह प्रमाणित किया जाता है कि मेरी यह रचना पूर्णतः मौलिक, स्वरचित और अप्रकाशित हैं।


आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं छायाचित्र के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, हिंदी में टाईप करके हमें hindirakshak17@gmail.com पर अणु डाक (मेल) कीजिये, अणु डाक करने के बाद हमे हमारे नंबर ९८२७३ ६०३६० पर सूचित अवश्य करें …🙏🏻

आपको यह रचना अच्छी लगे तो साझा अवश्य कीजिये और पढते रहे hindirakshak.com राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच से जुड़ने व कविताएं, कहानियां, लेख, आदि अपने चलभाष पर प्राप्त करने हेतु राष्ट्रीय  हिन्दी रक्षक मंच की इस लिंक को खोलें और लाइक करें 👉 👉 hindi rakshak manch  👈… राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच का सदस्य बनने हेतु अपने चलभाष पर पहले हमारा चलभाष क्रमांक ९८२७३ ६०३६० सुरक्षित कर लें फिर उस पर अपना नाम और कृपया मुझे जोड़ें लिखकर हमें भेजें…🙏🏻

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *