Monday, December 23राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर आपका स्वागत है... अभी सम्पर्क करें ९८२७३६०३६०

नशा छा जाता

अंजनी कुमार चतुर्वेदी
निवाड़ी (मध्य प्रदेश)
********************

जिसके सेवन से मानव पर,
त्वरित नशा छा जाता।
ऐसा मादक द्रव्य देह को,
ही समूह खा जाता।

नशा नाश की जड़ है प्यारे,
नशा नर्क का द्वार है।
डूबा रहता जो व्यसनों में,
नष्ट हुआ घर-बार है।

बुद्धि भ्रष्ट हो जाती इससे,
पतन आत्मा का होता।
जैसे नाव डुबो देता है,
हुआ तली में जो सोता।

सभी मान मर्यादा खोता,
व्यसन चाहने वाला।
आयँ-बायँ बकने लगता है,
गई हलक में हाला।

बीड़ी, सिगरेट, तम्बाकू या,
चरस अफीम औ गाँजा।
करता है जो व्यसन हमेशा,
उसका बजता बाजा।

गाँजा, चरस, भांग, हेरोइन,
ब्राउन शुगर जो लेता।
सुरासुंदरी के घेरे में,
तन- धन ही खो देता।

नशा माफ न करे किसी को,
व्यसन यही सिखलाता।
नशा रक्त में मिलकर अपना,
रौद्र रूप दिखलाता।

व्यसनी अपना हित अनहित भी,
कभी देख न पाता।
अपने अवगुण के कारण ही,
घर का खोज मिटाता।

घर परिवार ठोकरें खाता,
तिरस्कार सहता है।
चलता, फिरता पीता, खाता,
सिर नीचा रहता है।

स्वयं मान सम्मान मिटाता,
धन-संपत्ति बिक जाती।
परिजन, पुरजन साथ छोड़ते,
फिर भी लत न जाती।

जब जागे तब हुआ सवेरा,
व्यसनों को तुम छोड़ो,
अटल प्रतिज्ञा बरगद जैसी,
प्रभु से नाता जोड़ो।

दिन का भूला अगर शाम को,
अपने घर आ जाता।
उजड़ा चमन महकने लगता,
फिर बसंत छा जाता।

परिचय :अंजनी कुमार चतुर्वेदी
निवासी : निवाड़ी (मध्य प्रदेश)
शिक्षा : एम.एस.सी एम.एड स्वर्ण पदक प्राप्त
सम्प्रति : वरिष्ठ व्याख्याता शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय क्रमांक २ निवाड़ी
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।


आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं छायाचित्र के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, हिंदी में टाईप करके हमें hindirakshak17@gmail.com पर अणु डाक (मेल) कीजिये, अणु डाक करने के बाद हमे हमारे नंबर ९८२७३ ६०३६० पर सूचित अवश्य करें …🙏🏻

आपको यह रचना अच्छी लगे तो साझा अवश्य कीजिये और पढते रहे hindirakshak.com राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच से जुड़ने व कविताएं, कहानियां, लेख, आदि अपने चलभाष पर प्राप्त करने हेतु राष्ट्रीय  हिन्दी रक्षक मंच की इस लिंक को खोलें और लाइक करें 👉 👉 hindi rakshak manch  👈… राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच का सदस्य बनने हेतु अपने चलभाष पर पहले हमारा चलभाष क्रमांक ९८२७३ ६०३६० सुरक्षित कर लें फिर उस पर अपना नाम और कृपया मुझे जोड़ें लिखकर हमें भेजें…🙏🏻.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *