Monday, December 23राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर आपका स्वागत है... अभी सम्पर्क करें ९८२७३६०३६०

सांसों के सितार पर

सीताराम पवार
धवली, बड़वानी (मध्य प्रदेश)
********************

सांसों के सितार पर भी
यह गीत मेरे यार बजते है”

सांसों के सितार पर ही
दिल के तार तार बजते हैं

सरगम की इस लय पर
जाने कितने ही सितार बजते है

पता नहीं तुम्हारी नजरों में
इतनी कशिश क्यों है

तुम्हारे देखने से दिल में मेरे
घुंघरू हजार बजते हैं।

मैंने तो सिर्फ गीत लिखे थे
तुम्हारी सूरत देखकर

तुमने वही गीत गाए जो मेरे
कानों मे वो बार-बार बजते हैं।

मैंने तो तुम्हें गीतों में
ढालने की कोशिश की थी

अब तो मेरे गीत इस
दुनिया में बेशुमार बजते हैं।

गली और चौबारो में शहर हो
या फिर हो बाजारों मे

गूंज सुनाई देती है इन गीतों की
जो कभी त्योहार में बजते हैं।

सांसों के सितार पर जब भी मैं
अपने ये तराने सुनता हूं

खिलखिलाते किसी झरनो के
यहा धार बजते है।

इन गीतों को सुनकर दिल भी
मस्त हो ही जाता है

सांसों के सितार पर भी
यह गीत मेरे यार बजते है

परिचय :सीताराम पवार
निवासी : धवली जिला बड़वानी (मध्य प्रदेश)
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।


आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं छायाचित्र के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, हिंदी में टाईप करके हमें hindirakshak17@gmail.com पर अणु डाक (मेल) कीजिये, अणु डाक करने के बाद हमे हमारे नंबर ९८२७३ ६०३६० पर सूचित अवश्य करें …🙏🏻

आपको यह रचना अच्छी लगे तो साझा अवश्य कीजिये और पढते रहे hindirakshak.com राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच से जुड़ने व कविताएं, कहानियां, लेख, आदि अपने चलभाष पर प्राप्त करने हेतु राष्ट्रीय  हिन्दी रक्षक मंच की इस लिंक को खोलें और लाइक करें 👉 👉 hindi rakshak manch  👈… राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच का सदस्य बनने हेतु अपने चलभाष पर पहले हमारा चलभाष क्रमांक ९८२७३ ६०३६० सुरक्षित कर लें फिर उस पर अपना नाम और कृपया मुझे जोड़ें लिखकर हमें भेजें…🙏🏻.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *