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नमन उनकी शहादत को…

आर.सी. यादव
नांगलोई (दिल्ली)
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लहू से सींचकर धरती
वतन की लाज जो रख ली।
नमन उनकी शहादत को
तिरंगे को बुलंदी दी।।

सीमा पर बन सजग प्रहरी
वतन की नित हिफाजत की।
वतन की आन की खातिर
प्राणों की आहुति दे दी।।

तिरंगे की चमक फीकी
कभी जिसने न होने दी।
चढ़ाए शीश वेदी पर
तिरंगे को न झुकने दी।।

यश गान धरती पर
सदा ही गूंजता रहता।
शहीदों की अमर गाथा
वतन यह पूजता रहता।।

निडर निर्भीक बन तुमने
विपक्षी दल को संहारा।
मुख से तेरे निकला सदा
जय हिन्द का नारा।।

भेदना है लक्ष्य बस
यह एक ही संकल्प था।
मां भारती की गोद में
तन त्यागना विकल्प था।।

सो गए दिष्टांत तुम
करके हिफाजत राष्ट्र की।
है गर्व तुम पर वीर पुत्रों
तुम ही निधि हो राष्ट्र की।।

ओढ़ तिरंगे का कफ़न
तुम चल दिए अवसान पर।
राष्ट्र यह कृतज्ञ है
तेरे महा बलिदान पर।।

परिचय :- राम चंद्र यादव (आर.सी. यादव)
निवासी : नांगलोई दिल्ली
शिक्षा : बी.एससी., बी.एड
व्यवसाय : अध्यापन
प्रकाशन विवरण : (साझा काव्य संकलन) साहित्य समर्पण,उजेश, नये पल्लव, नारी शक्ति, काव्य सुरभि, आराध्या, काव्य मधुबन
अनुभव : पूर्व उप संपादक: मदर इंडिया, हिंदी मासिक पत्रिका, पूर्व कार्यकारी संपादक: हिंद केसरी न्यूज़
समाचार पत्र/पत्रिका में प्रकाशित रचनाएं : मदर इंडिया हिंदी मासिक, पब्लिक रिव्यू हिंदी मासिक, इंडिया दर्पण हिंदी दैनिक, प्रखर पूर्वांचल हिंदी सांध्य दैनिक, हरियाणा प्रदीप हिंदी दैनिक, भारतीय जनयुग हिंदी दैनिक
सम्मान : समर्पण नागरिक सम्मान, पत्रकारिता में सम्मान, सर्वोत्तम शिक्षक सम्मान
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि मेरी यह रचना स्वरचित एवं मौलिक है।

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