Thursday, November 21राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर आपका स्वागत है... अभी सम्पर्क करें ९८२७३६०३६०

बाट और बटोही

राम प्यारा गौड़
वडा, नण्ड सोलन (हिमाचल प्रदेश)
********************

सब चले हैं,
सब चलते हैं,
सब चलेंगे…
अपनी अपनी बाट।
कोई सोचता चलने से पूर्व
कोई सोचता ठोकर के बाद।
कोई बिछाता कंटक राह में,
कोई करता कंटक साफ।

राह में रोड़े,पत्थर तमाम मिलेंगे
सघन झाड़ियां की उलझाहट
विषैली बेलों की लिपटाहत।
धूप छांव में अपनी परछाई
पहचान खुद से करवाती हुई
घने जंगल मे खो जाएगी ।
उंगली पकड़ सहारा देने वाले
सिमटे हुए पीछे रह जाएंगे।

कदमों मे गर ताकत होगी,
सफर बाट का आसान होगा।
इच्छा शक्ति से मन भरा हो तो
मंजिल का दरवाजा पास होगा।
अपनी बाट, अपनी हो चाल
धोखा दे कोई, क्या मजाल?

देखा-देखी दूसरों के कहने
लगे नशे के गर्त में रहने।
झूठी शान,झूठा दिखावा
एकमात्र मन का बहकावा।
बाट कुसंगति की अति वृथा
मानव समाज से होता पृथा।

समय, स्थान, स्थिति को जानो
तब राह पर पग धरने की ठानो।
बिन सोचे समझे बटोही चलता जब
अनायास ही दुखों के भंवर में फंसता तब।
पूर्व चलने के बटोही बाट की पहचान कर ले,
है सुख की खान ये, इसे आत्मसात कर ले।।

परिचय :-  राम प्यारा गौड़
निवासी : गांव वडा, नण्ड तह. रामशहर जिला सोलन (सोलन हिमाचल प्रदेश)


आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं फोटो के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, हिंदी में टाईप करके हमें hindirakshak17@gmail.com पर अणु डाक (मेल) कीजिये, अणु डाक करने के बाद हमे हमारे नंबर ९८२७३ ६०३६० पर सूचित अवश्य करें …🙏🏻

आपको यह रचना अच्छी लगे तो साझा जरुर कीजिये और पढते रहे hindirakshak.com राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच से जुड़ने व कविताएं, कहानियां, लेख, आदि अपने चलभाष पर प्राप्त करने हेतु राष्ट्रीय  हिन्दी रक्षक मंच की इस लिंक को खोलें और लाइक करें 👉 👉 hindi rakshak manch  👈… राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच का सदस्य बनने हेतु अपने चलभाष पर पहले हमारा चलभाष क्रमांक ९८२७३ ६०३६० सुरक्षित कर लें फिर उस पर अपना नाम और कृपया मुझे जोड़ें लिखकर हमें भेजें…🙏🏻.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *