Thursday, November 7राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर आपका स्वागत है... अभी सम्पर्क करें ९८२७३६०३६०

नमन योद्धा

मित्रा शर्मा
महू, इंदौर (मध्य प्रदेश)
********************

मातृ भूमि के वीर पुत्र!
आप के सम्मान में उठे हुए
मस्तक प्रणाम करते हैं
गर्व से तनी हुई छाती और
अवरुद्ध कंठ से भी
आप के गुणगान करते हैं।

आप का जाना साधारण नहीं था
साजिशों की बू आती है
गद्दारों के मन में पनपते
रंजिशों के भास आती है।

योद्धा घर पर नहीं पर्यण करते
वीर गति को पाते हैं
दुश्मनों के चक्रव्यूह में
अभिमन्यु अकेले ही लड़ते हैं।

नमन वीर सिपाही ! तुम्हे नमन!
भारत मां महान बनाने वाले
आप को नमन।

परिचय : मित्रा शर्मा – महू (मूल निवासी नेपाल)


आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं छायाचित्र के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, हिंदी में टाईप करके हमें hindirakshak17@gmail.com पर अणु डाक (मेल) कीजिये, अणु डाक करने के बाद हमे हमारे नंबर ९८२७३ ६०३६० पर सूचित अवश्य करें …🙏🏻

आपको यह रचना अच्छी लगे तो साझा अवश्य कीजिये और पढते रहे hindirakshak.com राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच से जुड़ने व कविताएं, कहानियां, लेख, आदि अपने चलभाष पर प्राप्त करने हेतु राष्ट्रीय  हिन्दी रक्षक मंच की इस लिंक को खोलें और लाइक करें 👉 👉 hindi rakshak manch  👈… राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच का सदस्य बनने हेतु चलभाष क्रमांक ९८२७३ ६०३६० पर अपना नाम और कृपया मुझे जोड़ें लिखकर हमें भेजें…🙏🏻.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *