Monday, December 23राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर आपका स्वागत है... अभी सम्पर्क करें ९८२७३६०३६०

काश लौट आता बचपन …

राजेन्द्र कुमार पाण्डेय ‘राज’
बागबाहरा (छत्तीसगढ़)

********************

याद है मुझे आज भी बचपन की वो अठखेलियाँ
बारिश के पानी नाचते कूदते भीगना संग साथियाँ

सबका साथ साथ रहना खाना पीना सोना बैठना
दादा दादी नाना नानी से सुनते हुए हम कहानियाँ

भाई बहनों और दोस्तों के साथ मौज मस्ती करना
कभी खेतों में कभी तालाब कभी जाते अमरईयाँ

पेड़ों पर चढ़ करके दीवारें फांदना तोड़ने को आमियां
कभी तितली के पीछे कभी पकड़ते पतंग की डोरियां

पढ़ना लिखना खेलना कूदना कांटे या चुभे कंचियाँ
सायकिल के टायरों को चलाते रेस लगाते साथियाँ

चिल्लमचों से भरी हुई जिंदगी भी सुकून देती रुशवाईयां
नीले आसमां के तले निहारते उड़ते पतंग संग पुरवइयां

गांव में शादी हो व्याह हो या कोई अन्य कोई भी अठखेलियाँ
सब साथी मिलकर झूमते नाचते गाते नाचे संग गवईयाँ

खूब लड़ते झगड़ते हम फिर मिल जाते बिन रागियाँ
गुल्ली डंडा भौंरा रामरस या खेलना कांच की गोलियां

पूरा परिवार ही नहीं पूरा का पूरा गांव साथ होता था
किसी के घर की बेटी या बहु गांव की होती थी बेटियाँ

खुलकर जीते थे सभी अपना अपना जीवन खुशी से
मुझे आज भी याद है उन बीते लम्हो की कहानियाँ

वो बचपन की यादें काश लौट आ जाते वो रुबाईयाँ
काश लौट दे मुझे मेरी जाने कहाँ गए वो अठखेलियाँ

परिचय :-  राजेन्द्र कुमार पाण्डेय ‘राज’
निवासी : बागबाहरा (छत्तीसगढ़)
सम्प्रति : प्राचार्य सरस्वती शिशु मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, बागबाहरा
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।


आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं छायाचित्र के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, हिंदी में टाईप करके हमें hindirakshak17@gmail.com पर अणु डाक (मेल) कीजिये, अणु डाक करने के बाद हमे हमारे नंबर ९८२७३ ६०३६० पर सूचित अवश्य करें …🙏🏻

आपको यह रचना अच्छी लगे तो साझा अवश्य कीजिये और पढते रहे hindirakshak.com राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच से जुड़ने व कविताएं, कहानियां, लेख, आदि अपने चलभाष पर प्राप्त करने हेतु राष्ट्रीय  हिन्दी रक्षक मंच की इस लिंक को खोलें और लाइक करें 👉 👉 hindi rakshak manch  👈… राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच का सदस्य बनने हेतु अपने चलभाष पर पहले हमारा चलभाष क्रमांक ९८२७३ ६०३६० सुरक्षित कर लें फिर उस पर अपना नाम और कृपया मुझे जोड़ें लिखकर हमें भेजें…🙏🏻.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *