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हिंदी मेरा अभिमान है

कीर्ति मेहता “कोमल”
इंदौर (मध्य प्रदेश)

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हिंदी मेरी आन है,
हिंदी मेरी शान है
सरस्वती का दिया हुआ,
अद्भुत ये वरदान है
हिन्द की गौरवगाथा है,
ये कवियों के प्राण हैं
माँ की ममता सी प्यारी,
ये भारत की जान है
हिंदी मेरा अभिमान है

अनेकता में एकता की,
परंपरा का ज्ञान है
प्रांतों को जोड़े रखती
सबकी यह मुस्कान है
जिसके बिना हिन्द रुक जाए,
ऐसा गौरवगान है
हर काल को जिसने जीत लिया
ऐसा सुगम उत्थान है
हिंदी मेरा अभिमान है

इसमें पंत की कोमलता है,
जयशंकर का प्रसाद है
दिनकर का इसमें ओज है शामिल,
जायसी की तान है
महादेवी का दर्द भरा,
सुभद्रा की शक्ति का भान है
मीरा की इसमें भक्ति बसी,
तुलसी की ये प्राण है
हिंदी मेरा अभिमान है

हिंदी से ही हिन्द बना है
हिंदी से हिंदुस्तान है
आओ इससे प्रेम करें हम
यही हमारी शान है
हिंदी मेरा अभिमान है

परिचय :- कीर्ति मेहता “कोमल”
निवासी : इंदौर (मध्य प्रदेश)
शिक्षा : बीए संस्कृत, एम ए हिंदी साहित्य
लेखन विधा : गद्य और पद्य की सभी विधाओं में समान रूप से लेखन
रचना प्रकाशन : साहित्यिक पत्रिकाओं में, कविता, कहानी, लघुकथा, गीत, ग़ज़ल आदि का प्रकाशन, आकाशवाणी से प्रसारण।
प्राप्त सम्मान : अभिव्यक्ति विचार मंच नागदा से अभियक्ति गौरव सम्मान तथा शब्दप्रवाह उज्जैन द्वारा प्राप्त
लेखनी का उद्देश्य : जानकारी से ज्ञान प्राप्त करना।
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करती हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।

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